झारखंड: यूनिवर्सिटी में टीचरों के 159 पदों को CM की हरी झंडी, मॉडल स्कूलों में भी होगी भर्ती

रांची। संथाली, हो और मुंडारी जैसी स्थानीय भाषाओं को बढ़ावा देने की नीति के तौर पर एक और अहम घोषणा की गई. चाईबासा में कोल्हान यूनिवर्सिटी से संबद्ध कॉलेजों और पीजी सेंटरों में इन भाषाओं को पढ़ाने के​ लिए 159 पदों के प्रस्ताव को झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सोमवार को हरी झंडी दे दी. यही नहीं, इस शुरुआत के बाद राज्य की अन्य यूनिवर्सिटियों के कई अन्य कॉलेजों में भी इसी तरह की व्यवस्था करते हुए जल्द ही 200 और पद रचे जाएंगे. इस आशय की जानकारी खुद सोरेन ने दी.

पिछले दिनों झारखंड सरकार ने एसएसएससी के ज़रिये होने वाली सरकारी नौ​करियों की नियुक्तियों में स्थानीय भाषाओं की जानकारी को अनिवार्य करने की नीति घोषित की थी. अब सीएमओ से जारी एक बयान में कहा गया, ‘कोल्हान यूनिवर्सिटी के 14 कॉलेजों में विभिन्न स्थानीय भाषाओं के टीचरों के 135 पद और पीजी सेंटरों के लिए 24 पद सीएम सोरेन ने मंज़ूर किए हैं.’ इस बारे में खुद सीएम सोरेन ने ​ट्वीट करते हुए योजना और अपनी सरकार की नीति के बारे में बताया.

इससे पहले, झारखंड सरकार ने राज्य स्तरीय परीक्षाओं के लिए मुंडारी, खड़िया, हो, संथाली, खोरठा, पंचपरगनिया, बांग्ला, उर्दू, कुर्माली, नागपुरी, कुरुख और उड़िया जैसी स्थानीय और आदिवासी भाषाओं को माध्यम रूप से चुनने की सुविधा दी थी.

मॉडल स्कूलों में भी होगी नियुक्ति
कॉलेजों में स्थानीय भाषाओं के शिक्षकों की नियुक्ति की खबर के साथ ही झारखंड से अहम खबर यह भी है कि समग्र शिक्षा अभियान के तहत खोले गए 89 मॉडल स्कूलों में पहली बार बड़ी भर्ती होने जा रही है. इन स्कूलों में जल्द ही कुल 979 ट्रेंड शिक्षकों की नियुक्ति होगी. अंग्रेज़ी में दक्ष शिक्षकों की भर्ती के साथ ही भाषा शिक्षकों की भर्ती भी की जाएगी. बता दें कि इन मॉडल स्कूलों में सेंट्रल स्कूलों की तर्ज पर इंग्लिश मीडियम में कक्षाएं ली जाती हैं.

Related Articles

Back to top button