लखनऊ: तीन डकैतों को पकड़ने में लगे 28 पुलिसकर्मी, जानें पूरा मामला

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के कई जिलों में चोरी और डकैती की वारदात को अंजाम देकर लखनऊ के लिए चुनौती बने खूंखार तीन बांग्लादेशी डकैतों को पकड़ने के लिए डीसीपी पूर्वी की 28 सदस्यीय संयुक्त टीम ने लगाई गई। बावजूद इसके गिराेह का सरगना बांग्लादेश निवासी हमजा अपने आठ साथियों के साथ भाग निकला। गिरफ्त में आए तीनों बदमाशों से पुलिस ने पूछताछ के बाद एक साथ वर्षों पुराने आठ लंबित मामलों का खुलासा कर दिया। जिनके कब्जे से पिस्टल, तमंचा, खोखा, पेचकस, नुकीली रॉड, 30 हजार की नकदी, पांच हजार की बांग्लादेशी मुद्रा और दो जोड़ी पायल की बरामदगी दिखाई गई। इन पर विदेशी नागरिकता अधिनियम और आर्म्स एक्ट समेत चार मामले दर्ज कर लिए।

बीते रविवार की देर रात चिनहट थाना क्षेत्र मल्हौर रेलवे स्टेशन के पास डीसीपी पूर्वी की अपराध शाखा और चिनहट पुलिस की संयुक्त टीम और बांग्लादेशी डकैत शेख रुबेल उर्फ रविउल, आलम उर्फ अल आमीन व रबीउल को मुठभेड़ के दौरान गिरफ्तार किया गया था। शेख रुबेल और आलम के पैर में गोली लगी थी। जबकि रबीउल को भागते समय पकड़ा गया था। इस दौरान गोली सिपाही रिंकू को भी लग गई थी। पुलिस के मुताबिक पकडे़ गए तीनों डकैतों के आठ साथी सरगना हमजा समेत असलम, नासिर, शाहीन, बिलाल, नूर इस्लाम, शुमान और नूर खान अंधेरे का फायदा उठाकर भागने में सफल हो गए थे।

मुठभेड़ के बाद मौके पर पहुंचे संयुक्त पुलिस आयुक्त अपराध नीलाब्धा चौधरी ने गिरफ्तारी करने वाली टीम को 25 हजार रुपए से पुरस्कृत किया। जबकि फरार आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए भी 25 हजार रुपए का इनाम घोषित किया। पुलिस पूछताछ में डकैतों ने बताया कि ये लोग बॉर्डर से अवैध रूप से भारत में घुसकर विभिन्न शहरों में चोरी व डकैती की घटनाओं को अंजाम देकर भाग जाते हैं।

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