रायबरेली: दीपक सिंह हत्याकांड में आरोपी पुलिस की पकड़ से दूर, जानें वजह

रायबरेली। जिले की नेवादा गांव निवासी दीपक सिंह उर्फ माना हत्याकांड में पुलिस के हाथ खाली हैं। एसपी ने एसओजी को भी घटना के खुलासे के लिए लगाया है इसके बावजूद भी आरोपी पुलिस की पकड़ से दूर हैं। हालांकि की मां द्वारा जमीनी विवाद को लेकर हत्या की संभावना जताई गई है। इसी बिंदु पर पुलिस की तफ्तीश चल रही है। वहीं हिरासत में लिए गए आठ लोगों से पूछताछ की जा रही है।

नेवादा गांव निवासी दीपक सिंह का शव मंगलवार को चड़रई चौराहा के पास से पूरे बकिया गांव को जाने वाले मार्ग पर रक्तरंजित अवस्था में मिला था। दीपक की गला रेतकर हत्या की गई थी। पास ही हत्या में प्रयुक्त धारदार हसिया भी बरामद हुई थी। इस हत्याकांड को लेकर मृतक की मां ऊषा सिंह ने जमीन को लेकर हत्या किए जाने की संभावना जताई थी। घटना के दो दिन बीतने के बाद भी पुलिस के हाथ कुछ भी अहम सुराग नहीं लगा है।

जमीन का है मामला

बताते हैं कि मृतक के पिता राम आधार सिंह के पास कुल डेढ़ बीघा भूमि थी। उनकी मौत के बाद यह भूमि उनके तीन पुत्रों और पत्नी के नाम बराबर बराबर हिस्से में बंट गई थी। जिसमे मृतक के नाम आठ बिस्वा से भी कम जमीन थी। मृतक मानसिक रोगी था। इसलिए उसकी शादी नहीं हुई थी।

मृतक के न रहने के बाद इस जमीन पर उसके भाइयों का हक बनता है। इसी कारण पुलिस ने तहसील के निबंधक कार्यालय के अभिलेखों को भी खंगाला है। जिसमे पता चला है कि दीपक सिंह के बड़े भाई करुणेश सिंह ने अपने हिस्से की कुछ भूमि का विक्रय करीब तीन साल पहले किया है लेकिन दीपक सिंह की भूमि का विक्रय नहीं हुआ है।

Related Articles

Back to top button