रायबरेली : जोश , जज्बे और जुनून ने नफीस इदरीसी को दिलाई पहचान

अंतरराष्ट्रीय स्तर पर दे रहे सेवाएं , भारतीय दूतावास ने सौंपी जिम्मेदारी 
संवाददाता ,ऊंचाहार ( रायबरेली ) हसरतों ने हौसला दिया , हौसलों ने उड़ने के लिए पंख दिए , फिर क्षितिज पर ऐसी उड़ान भरी कि आज पूरा रायबरेली जिला नफीस इदरीसी पर फक्र करता है ।रायबरेली जिले की ग्राम पंचायत कजियाना के मूल निवासी नफीस इदरीसी इस समय कुवैत में रहकर भारतीय नागरिकों के मददगार बने हुए है । गांव   एक साधारण इदरीसी ( दर्जी) किसान स्वर्गीय मोहम्मद सिद्दीकी इदरीसी के घर जन्मे अद्भुत अद्वितीय प्रतिभा के धनी नफीस अहमद इदरीसीशिक्षा पूरी करने के बाद वर्ष 1993 में माया नगरी मुंबई की ओर रुख किया था । अपने भाइयों के साथ वह मुंबई अपने पुश्तैनी पेशे सिलाई करने लगे ।लेकिन मन में हसरत   कुछ अलग कर गुजरने की थी ।

1994 में आजाद वतन ऑर्केस्ट्रा मैं बतौर संचालक अपनी पारी की शुरुआत की। कंठ में मा सरस्वती का वास अपार सफलता की ओर अग्रसर करने लगी ।देखते ही देखते ऑर्केस्ट्रा मुशायरा कव्वाली रिकॉर्ड डांस धार्मिक कान्फ्रेंस इत्यादि मैं मशहूर हो गए।वैशाली इंटरनेशनल आर्केस्ट्रा शोटाइम ऑर्केस्ट्रा जैसे बड़े मंच का संचालन करने लगे। कहते हैं समाज सेवा लोगों को विरासत में मिलती है ,ऐसे ही अपने माता-पिता से विरासत में समाज सेवा पाने वाले नफीस अहमद इदरीसी कई सामाजिक संगठन से जुड़कर निस्वार्थ जन सेवा करने लगे ।परिवार की सुख समृद्धि के लिए 1 अक्टूबर 2009 को कुवैत जाकर अपने पुश्तैनी पेशे सिलाई के कारोबार से जुड़ गए।

तत्कालीन राजदूत  सुनील जैन साहब से नजदीकियां बढ़ी, तो उन्होंने नफीस को भारतीय राजदूतावास कुवैत के कार्यकर्ता के तौर पर प्रवासी  भारतीयों की समस्याओं को समाधान हेतु अपनी सेवाएं देने लगे। 2 मुस्लिम महिला धर्मगुरु के पिता नफीस अहमद इदरीसी अपने कंठ की मधुर आवाज से भारत के समस्त हिंदी भाषी प्रदेश में सर्व राजनीतिक दलों के राजनेताओं के प्रचार प्रसार की  ऑडियो निशुल्क बनाते हैं। इनकी इसी विधा ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के करीब भी पहुंचा दिया ।समाज सेवा के क्षेत्र में इनके सेवा भाव को देखते हुए मदर टेरेसा फाउंडेशन ने उत्तर प्रदेश प्रवक्ता के पद से नवाजा। महाराष्ट्र किसान कल्याण संघ ग्रेजुएट फाउंडेशन अंतरराष्ट्रीय संस्था यू पी एन आर आई फोरम कुवैत जैसी कई सामाजिक संस्थाओं के बड़े पदों पर आसीन होकर धर्म और जाति से ऊपर उठकर निस्वार्थ जन सेवा करते है।   

   विदेश में रहते हुए भी उत्तर प्रदेश के कई जिलों भारत के कई प्रदेशों तक प्रवासी मजदूरों के लिए राहत सामग्री अपने संपर्क अपने माध्यम से भिजवाने का कार्य  ,नेट बैंकिंग के जरिए लोगों तक आर्थिक मदद पहुंचाना, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी  के आह्वान पर प्रधानमंत्री राहत कोष में हिस्सेदारी लेना जैसे कई काम इस कोरोना योद्धा ने किए हैं। गाजियाबाद दिल्ली और मुंबई से लगभग 200 प्रवासी मजदूरों को उनके वतन वापसी का जरिया भी बने । कुवैत में रहते हुए यू पी एन आर आई फोरम कुवैत के माध्यम से अवैध रूप से रह रहे भारतीय मूल के प्रवासियों को उनके वतन वापसी में हरसंभव सहयोग निरंतर कर रहे हैं। यही कारण है कि 1 मई 2020 को अंतर्राष्ट्रीय श्रमिक दिवस पर भारतीय राजदूत आवास कुवैत ने नफीस इदरीसी को अपना प्रतिनिधि चयन किया है । भारतीय राजदूतावास कुवैत इंडियन  सपोर्ट कम्यूनिटी  ग्रुप के सौजन्य से अप्रवासी  भारतीयों तक राहत सामग्री दिन-रात पहुंचाने का काम कर रहे है ।

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