अजय मिश्रा हटाए गए, विशाल सिंह को कोर्ट ने सौंपी जिम्मेदारी
वाराणसी : श्रृंगार गौरी- ज्ञानवापी मामले में मंगलवार को कोर्ट की सुनवाई पूरी हो गई है. सहायक वकील कमिश्नर अजय प्रताप सिंह ने कहा कि अजय मिश्रा को इसलिए हटाया गया, क्योंकि वह सहयोग नहीं कर रहे थे. वहीं हिंदू पक्ष के वादी अधिवक्ता विष्णु जैन और सुभाष नंदन चतुर्वेदी ने कहा तहखाने के अंदर नंदी वाले दक्षिणी हिस्से के अंदर जाकर दीवार और मलवा हटाने के साथ ही अंदर कमीशन की कारवाई फिर से करने के लिए कोर्ट से मांग रखी गई है.
हिंदू पक्ष का कहना है कि प्रतिवादी पक्ष के द्वारा अंदर बहुत चीजों को छुपाने के लिए सभी रास्तों को बंद कर दिया गया है. इसलिए इन सभी रास्तों को खुलवा कर दोबारा कार्रवाई कराई जाए. फिलहाल कोर्ट के बहस पूरी गई है. अब कोर्ट 3 बजे के बाद कमीशन की रिपोर्ट को सबमिट करने के लिए डेट आगे बढ़ाने और शासकीय अधिवक्ता की तरफ से 3 बिंदुओं पर अलग से कमीशन की कार्यवाही करने के साथ ही वादी महिला पक्ष की तरफ से दायर किए गए एक अन्य मामले पर अपना फैसला दे सकती है.