लखनऊ के बर्लिंगटन चौराहा का नाम बदल गया, अब अशोक सिंघल के नाम से जाना जाएगा

लखनऊ । अयोध्या के श्रीराम मंदिर आंदोलन में अग्रणी भूमिका निभाने वाले और विश्व हिंदू परिषद के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष रहे स्वर्गीय अशोक सिंघल की याद अब लखनऊ में बनी रहेगी। शहर के पुराने चौराहों में शामिल बर्लिंगटन चौराहे का नाम अब अशोक सिंघल के नाम से होगा। आज स्वर्गीय सिंघल की 96वीं जयंती भी है और इस अवसर पर उनके नाम से चौैराहे का नामकरण किया गया है।
कुछ दिन पहले ही महापौर संयुक्ता भाटिया की अध्यक्षता वाली नगर निगम की कार्यकारिणी समिति ने अशोक सिंहल के नाम से चौराहे का नाम रखा था। सोमवार को उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक, पूर्व मंत्री व विधायक और महापौर ने एक आयोजन में अशोक सिंघल के नाम की पट्टिका लगाकर नामकरण किया। इस अवसर पर श्रीराम जन्म भूमि न्यास मूर्ति क्षेत्र के महामंत्री चम्पत राय भी मौजूद थे।
महापौर ने बताया कि बर्लिंगटन चौराहे का लंबे समय से अंग्रेजी काल की दासता का प्रतीक माना जाता रहा है। इस नाम से मुक्ति दिलाने की मांग कई संगठन पूर्व से करते आ रहे हैं। विश्व हिंदू परिषद के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष रहे अशोक सिंघल का इस चौराहे से पुराना नाता रहा था। विहिप से जुड़े रहे पुरुषोत्तम भार्गव के घर आना जाना था और भार्गव निवास में ही ठहरा करते थे। वह स्वर्गीय भार्गव के घनिष्ठ मित्र थे। इसलिए अंग्रेजी हुकुमत की दासता के प्रतीक बर्लिंग्टन चौराहे का नाम बदलकर अशोक सिंघल किए जाने से खुशी महसूस हो रही है। वैसे भी स्वर्गीय भार्गव के आवास से ही लखनऊ में श्रीराम मंदिर आंदोलन की रणनीति भी तय होती थी।

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