योगी की योजनाओं का लाभ पाकर प्रीति बनी परिवार का उजाला

पति की मौत के बाद मुख्यमंत्री योगी द्वारा चलाई जा रही योजनाओं ने परिवार के पालन पोषण में की मदद

लखनऊ। बागपत के पुराना कस्बा के मोहल्ला देशराज की प्रीति के पति राजू का अप्रैल 2021 में निधन हो गया था। पति के गुजर जाने के बाद परिवार के पालन पोषण को लेकर वह काफी परेशान रहने लगी। एक बार तो उसके मन में आत्महत्या करने जैसे विचार भी आने लगे। परिवार का पालन पोषण न कर पाने और बीमार सास का आर्थिक तंगी के चलते इलाज न करा पाने का मलाल रह-रहकर उसे परेशान कर रहा था। उसे लगने लगा था कि वो कुछ भी कर पाने में सक्षम नहीं है। इलाके की एक आंगनबाड़ी कार्यकर्ता ने उसे आत्मबल दिया। प्रदेश की योगी सरकार द्वारा चलाई जा रही की निराश्रित महिला पेंशन योजना और मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के बारे में बताया। प्रीति ने योजनाओं की संपूर्ण जानकारी ली और फिर आवेदन किया। इन योजनाओं से जैसे ही उसे लाभ मिलने लगा, उसकी दुनिया बदल गई। देखते ही देखते उसका खोया विश्वास लौट आया और वो न सिर्फ आत्मनिर्भर व सशक्त बन गई, बल्कि उसने वो सारी जिम्मेदारियों का वहन करना शुरू कर दिया जो उसके पति अपने पीछे छोड़कर गए थे।

प्रदेश की कल्याणकारी योजनाओं ने दिया संबल
अपने पति के गुजर जाने के बाद प्रीति ने कभी नहीं सोचा था कि वह अपने परिवार का पालन पोषण करने, अपने बच्चों को स्कूल भेजने और अपनी सास की देखभाल अकेले करने में सक्षम होगी। हालांकि प्रीति की स्थिति अब काफी बेहतर है क्योंकि उन्हें योगी सरकार की कल्याणकारी योजनाओं का लाभ मिलना शुरू हुआ है। वर्तमान में वह निराश्रित महिला पेंशन योजना, कन्या सुमंगला योजना और मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना (सामान्य) से लाभ उठा रही हैं। प्रीति के परिवार में उनकी बेटी मान्या और एक सास हैं, जो दिव्यांग हैं।

सरकार की योजना ने दी नई रौशनी
प्रीति ने योगी सरकार की योजनाओं की अधिक जानकारी के लिए बागपत के जिला परिवीक्षा कार्यालय गईं, जहां उन्हे बाल सेवा योजना के साथ-साथ मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना और निराश्रित महिला (पति की मृत्यु पर) पेंशन योजना की विस्तार से जानकारी दी गई। इसके बाद उन्होंने योजना के लिए अप्लाई किया। प्रीति आज योजना का लाभ उठाकर अपने परिवार का पालन पोषण के साथ अपनी बच्ची को अच्छी शिक्षा देने के साथ सास का भी बखूबी ख्याल रख रही हैं। प्रीति ने बताया कि योगी सरकार की योजना से उनके बच्चों की स्कूली शिक्षा ठीक से चल रही है। साथ ही सास की देखभाल भी ठीक से कर पा रही हैं। यह मेरे लिए किसी नई रौशनी से कम नहीं है। मैं योगी सरकार द्वारा महिलाओं की भलाई के लिए चलाई जा रही इन कल्याकारी योजनाओं के लिए आभारी हूं। इसके लिए मैं सरकार को धन्यवाद देती हूं जो मेरे जैसी बेसहारा महिलाओं के बारे में योगी सरकार सोचती है।

31.50 लाख महिलाओं को दी जा रही पेंशन
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने समय-समय पर बेसहारा महिलाओं को प्रोत्साहित करने के लिए उन्हे सम्मानित भी किया है। योगी सरकार की ओर से प्रदेश की 31.50 लाख महिलाओं को निराश्रित महिला पेंशन योजना का लाभ दिया जा रहा है। वहीं वित्तीय वर्ष 2022-23 में लगभग 50,000 पात्र नए लाभार्थियों को जोड़ा गया है। इतना ही नहीं सामाजिक सुरक्षा सुनिश्चित करते हुए योगी सरकार ने निराश्रित महिला पेंशन योजनाओं की आयु सीमा भी समाप्त कर दी है। वार्षिक आय सीमा को भी बढ़ाकर 2 लाख रुपये कर दिया गया। योजना का उद्देश्य राज्य में विधवाओं का सामाजिक-आर्थिक सशक्तिकरण है। पात्र लाभार्थियों को पीएफएमएस के माध्यम से सीधे उनके बैंक खाते में 1000 रुपये प्रति माह का भुगतान किया जा रहा है।

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