महाराष्ट्र में भारी बारिश से हाईवे बनी नदी, 6 जिलों में रेड अलर्ट- 10 ताज़ा अपडेट

मुंबई। पिछले कुछ दिनों से लगातार हो रही बारिश के चलते महाराष्ट्र के कोंकण इलाके में अफरा-तफरी मची है. रत्नागिरी और रायगढ़ जिलों की प्रमुख नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं. लगातार बारिश ने इस क्षेत्र में कहर बरपा रखा है. अब तक इस खतरनाक बारिश के चलते महाराष्ट्र में 136 लोगों की मौत हो चुकी है. लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के लिए एनडीआरएफ की कई टीमें लगातार काम कर रही हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे भी हालात पर लगातार नज़र बनाए हुए हैं. हालांकि मौसम का कहर अभी खत्म नहीं हुआ है.

भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने महाराष्ट्र के छह जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है. इन इलाकों में पहले से ही भारी बारिश से हो रही है. अगले दो से तीन दिनों के दौरान पश्चिमी तट पर भारी बारिश जारी रहने की संभावना है. आईए एक नज़र डालते हैं महाराष्ट्र में बाढ़ के ताज़ा हालात के अपडेट्स पर….

पश्चिमी महाराष्ट्र के पुणे मंडल में भारी बारिश और नदियों के उफान पर होने के चलते 84,452 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है. इनमें 40,000 से अधिक लोग कोल्हापुर जिले से हैं. अधिकारियों ने बताया कि कोल्हापुर शहर के पास पंचगंगा नदी 2019 में आई बाढ़ के स्तर से भी ऊपर बह रही है.

महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने शनिवार को बाढ़ में मारे गए लोगों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की. उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा, ‘ राज्य के अलग-अलग हिस्सों में अभूतपूर्व बारिश के कारण हुई त्रासदियों में निर्दोष लोगों की मौत से गहरा दुख हुआ. भूस्खलन और मकान ढहने से कई लोगों की जान चली गई है. प्राकृतिक आपदा में जान गंवाने वालों के प्रति मैं हार्दिक संवेदना व्यक्त करता हूं.’

कोल्हापुर जिला सहकारी दूध उत्पादक संघ (KZSDUS) ने कहा कि कोल्हापुर, सांगली और महाराष्ट्र के कई जिलों में बाढ़ के कारण मुंबई में दूध की सप्लाई नहीं होगी. बता दें कि KZSDUS गोकुल ब्रांड के नाम से दूध की सप्लाई करती है.

रायगढ़ में भूस्खलन के बाद महाराष्ट्र के मंत्री एकनाथ शिंदे ने तिलये गांव का दौरा किया. उन्होंने कहा कि अब तक 33 शव बरामद किए गए हैं. 52 अभी भी लापता हैं. सुबह बचाव कार्य फिर से शुरू होगा. यहां अब तक कुल 32 घर तबाह हो गए हैं.

रायगढ़ में भूस्खलन के बाद महाराष्ट्र के मंत्री एकनाथ शिंदे ने तिलये गांव का दौरा किया. उन्होंने कहा कि अब तक 33 शव बरामद किए गए हैं. 52 अभी भी लापता हैं. सुबह बचाव कार्य फिर से शुरू होगा. यहां अब तक कुल 32 घर तबाह हो गए हैं.

तेलंगाना स्टेट डेवलपमेंट प्लानिंग सोसाइटी (TSDPS) द्वारा उपलब्ध कराए गए बारिश के आंकड़ों के अनुसार, शुक्रवार सुबह लगभग 8 बजे, तेलंगाना के कुमुरांभीम आसिफाबाद जिले के वंकिडी और आसिफाबाद में पिछले 24 घंटों में 361 मिमी बारिश दर्ज की गई, जो इस मौसम में सबसे अधिक है.

पुणे स्थित औंध मिलिट्री स्टेशन और बम्बई इंजीनियर ग्रुप के सैनिकों की कुल 15 राहत और बचाव टीमों को प्रभावित क्षेत्रों में तैनात किया गया है. सेना ने राज्य में बाढ़ राहत और बचाव कार्य के लिए ‘ऑपरेशन वर्षा 21’ शुरू की है.

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से शुक्रवार को बात की और रायगढ़ में भारी बारिश एवं भूस्खलन के बाद उत्पन्न स्थिति की जानकारी ली. महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री ठाकरे ने शुक्रवार को कहा कि बारिश से प्रभावित कोंकण के पहाड़ी एवं भूस्खलन की आशंका वाले क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है और रायगढ़ जिले में लोगों की मृत्यु पर उन्होंने दुख जताया.

महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री अजित पवार ने राज्य में बाढ़ से बिगड़ते हालात पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के साथ शुक्रवार को चर्चा की. पवार के कार्यालय की ओर से जारी एक बयान में कहा गया कि रक्षा मंत्री ने राहत एवं बचाव अभियानों में रक्षा बलों की मदद का आश्वासन दिया है.

रायगढ़ की जिलाधिकारी निधि चौधरी ने बताया कि भूस्खलन की घटना बृहस्पतिवार देर शाम हुई, लेकिन मौके तक पहुंचने वाली सड़क पानी और कीचड़ से होने के कारण बचाव टीमों को वहां पहुंचने में दिक्कत हुई

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