‘एक युद्ध नशे के विरुद्ध’ अभियान में बच्चों से छुड़ा रहें नशा : अनीता अग्रवाल
लखनऊ। उत्तर प्रदेश राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की सदस्य अनीता अग्रवाल ने कहा कि आयोग द्वारा एक अभियान चलाया जा रहा है, जिसको ‘एक युद्ध नशे के विरुद्ध’ नाम दिया गया हैं। इसमें बच्चों को नशे की आदतें छुड़ाने, नशे की ओर ना बढ़ने के लिए उप्र राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग कार्य कर रहा है।
अनीता अग्रवाल ने कहा कि ‘एक युद्ध नशे के विरुद्ध’ अभियान के कार्य को आयोग की ओर से सदस्य श्याम कुमार देख रहे हैं। इनके साथ में आयोग के सभी सदस्य अभियान में बढ़चढ़ कर भागीदारी कर रहे हैं। अपनी उत्तर प्रदेश के जनमानस से अपील भी है कि जहां भी नशा करते हुए बच्चें दिखायी दें, उसकी जानकारी आयोग को अवश्य पहुंचाये। जिससे उस स्थान पर आयोग आवश्यक कार्यवाही कर सके। हमारा प्रयास है कि बच्चें नशा न करें और अगर किन्ही कारणवश नशे के शिकार हो गये हैं, तो उनसे नशा छुड़ाया जाये।
उन्होंने कहा कि आयोग का कार्य है, जीरो से 18 वर्ष तक के बच्चों के अधिकारों की रक्षा करना। बच्चे समय से स्कूल जाये, पढ़े-लिखे और अन्य जरुरतों की पूर्ति हो, इसकी निगरानी का कार्य आयोग करता है। पहले रेलवे स्टेशन या आसपास भीख मांगते हुए बच्चें दिखलायी पड़ते थे, ऐसे बच्चों के लिए तीन माह की अवधि पर रेस्क्यू करा के उन्हें मुख्य धारा में लाने का कार्य किया जा रहा है।
बाल अधिकार संरक्षण आयोग की सदस्य ने आगे कहा कि समाचार पत्रों के माध्यम से मिलने वाली सूचनाओं को आयोग स्वत: संज्ञान लेकर उस पर कार्य करता है। मामले की गम्भीरता को देखते हुए उस पर आगे की कार्यवाही की जाती है। बताया कि बीते दिनों लखनऊ में डाक्टरों की लापरवाही से बच्चों का अहित हुआ था, उसे भी आयोग ने संज्ञान में लेकर कार्यवाही की थी।



