ब्यूरोक्रेसी की जिम्मेदारी है जन जीवन को सुगम करना: धर्मेंद्र प्रताप सिंह
लखनऊ। जन सहायता की दो अनूठी योजनाओं के लिए प्रधानमंत्री पुरस्कार पाना गौरव की बात है और यह साबित किया आज दिल्ली स्मार्ट सिटी के एडीशनल सीईओ व एनडीएमसी के निदेशक धर्मेंद्र प्रताप सिंह ने।
श्री सिंह को आज लोक प्रशासन में उत्कृष्टता के लिए प्रधानमंत्री पुरस्कार से नवाजा गया। उन्होंने विशेष साक्षात्कार में कहा कि साधारण जनता के लिए सहायता करने संबंधी योजनाओं को और तौर-तरीकों को सरल बनाने के अपने सफल प्रयोग के लिए यह गौरवशाली पुरस्कार मिला है ।
2013 बैच के यूपी कैडर के आईएएस अधिकारी श्री सिंह ने अपने इस प्रयोग के बारे में बताते हुए कहा कि कोरोना काल ने हम सब को बहुत से सबक दिए और उस चुनौतीपूर्ण समय ने हमें जनता की अनिवार्य जरूरतों को उनके घर बैठे उन तक पहुंचाने के लिए विकल्पों पर विचार करने को विवश किया और उस समय में हमने तो ऐसे काम कर डाले, जो देश में पहली बार हुए। जो कि इतना बढ़िया प्रतिफल देने वाले सिद्ध हुए कि पूरे देश में ऑनलाइन जन सुविधाओं के लिए नजीर बन गए।
श्री सिंह ने कहा कि 311 मोबाइल ऐप से जो सुविधाएं हमने जनता तक ऑनलाइन कीं, वह तो एक उत्तम उदाहरण है ही लेकिन दो अन्य काम हमने ऐसे किए, जो देश में पहली बार हुए।
उन्होंने कहा कि नई दिल्ली में एनडीएमसी के पास पुलिस सहायता देने के अतिरिक्त अन्य सभी जन सुविधाओं को देने की पूरी जिम्मेदारी है। बिजली, पानी का बिल ऑनलाइन भरना किसी के लिए मुश्किल नहीं था और न है लेकिन किसी को अगर पानी, बिजली या सीवर का नया कनेक्शन लेना होता, तो भी घर से बाहर निकलने की जरूरत ना पड़े, ऐसी अनूठी सुविधा हमने अपनी वेबसाइट से दी। ऐसी 50 सर्विसेज, जिन्हें हमने सिंगल साइन ऑन नाम दिया, वह सब इस एसएसओ से दिल्ली में बैठा हुआ कोई भी नागरिक घर से बाहर निकले बगैर प्राप्त कर सकता है। उसी तरह ऑनलाइन सेवाओं में क्रिप्टो करेंसी की तर्ज पर अति शक्तिशाली सुरक्षित प्लेटफार्म का उपयोग करते हुए ब्लॉक चेन का प्रावधान हमने नगर निगम की जन सुविधाओं में इस तरह किया कि जन्म प्रमाण पत्र या मृत्यु प्रमाण पत्र आदि में भी कोई स्टाफ यदि हेराफेरी करेगा तो यह धांधली तुरंत पकड़ में आ जाएगी। श्री सिंह बताते हैं कि हम यहीं नहीं रुके बल्कि दिल्ली में सन 1928 से लेकर आज तक के जन्म प्रमाण पत्रों से लेकर मृत्यु प्रमाण पत्र तक के डाटा हमने ऑनलाइन डेटाबेस में सुरक्षित कर डाले। यह बहुत चैलेंजिंग काम था लेकिन हमारी मेहनती टीम ने इसको भी किया। उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले के मूल निवासी श्री धर्मेंद्र सिंह ने कहा कि देश की राजधानी में जनता की सहायता के इस प्रत्यक्ष कार्य का अनुभव चुनौतीपूर्ण तो था लेकिन आज उसके परिणाम से पूरे देश में संदेश तो गया ही कि ब्यूरोक्रेसी का वास्तविक कार्य जनता के लिए जीवन को सरल, सुगम व सुव्यवस्थित बनाना ही है और जिसमें हम सफल हुए।



