अजय बिष्ट से योगी और फिर बेहतरीन प्रशासक बनने तक का सफर, जानें दिलचस्प कहानी

Yogi Adityanath Birthday: योगी आदित्यनाथ अपने भाई-बहनों में पांचवें नंबर पर आते हैं. उनकी तीन बड़ी बहनें, एक बड़ा भाई और फिर वह हैं. वहीं उनके छोटे भाई भी हैं. बता दें, योगी आदित्यनाथ ने गणित से बीएससी की डिग्री ली है. इसी के साथ यह भी बता दें कि योगी आदित्यनाथ लोकसभा में पहुंचने वाले सबसे कम उम्र के सांसदों की लिस्ट में शामिल हैं…

उत्तर प्रदेश देश का सबसे बड़ा राज्य है और इस राज्य को संभालने वाले मुखिया योगी आदित्यनाथ हैं, जिनकी केवल देश में ही नहीं बल्कि दुनिया भर में चर्चा है. आज योगी आदित्यनाथ 50 साल के हो गए हैं और प्रदेश भर में उनका जन्मदिन अलग-अलग तरीकों से मनाया जा रहा है. हालांकि, उनके जन्मदिन की खास बात यह है कि वह खुद ही इसे नहीं मनाते, बल्कि उनके प्रशंसक और समर्थक ही धूम-धाम से उनका बर्थडे सेलीब्रेट करते हैं. इस खास दिन पर जानते हैं कि योगी आदित्यनाथ का बचपन का सफर कैसा था. 

ज्ञान और आध्यात्म दोनों में थी रुचि
उत्तराखंड के पंचूर के रहने वाल अजय बिष्ट बचपन से ही कर्मठ स्वभाव के रहे हैं. उन्हें जानने वाले बताते हैं कि अपने बचपन से ही योगी आदित्यनाथ को ज्ञान-विज्ञान के कठिन सवाल हल करने का शौक था और साथ ही आध्यात्म की तरफ भी झुकाव भी. 

मैथ से है B.Sc की डिग्री
योगी आदित्यनाथ अपने भाई-बहनों में पांचवें नंबर पर आते हैं. उनकी तीन बड़ी बहनें, एक बड़ा भाई और फिर वह हैं. वहीं उनके छोटे भाई भी हैं. बता दें, योगी आदित्यनाथ ने गणित से बीएससी की डिग्री ली है. इसी के साथ यह भी बता दें कि योगी आदित्यनाथ लोकसभा में पहुंचने वाले सबसे कम उम्र के सांसदों की लिस्ट में शामिल हैं. साल 1998 में जब वह पहली बार संसद पहुंचे तो केवल 26 साल के थे. फिर, वह साल 1999, 2004, 2009 और साल 2014 में भी लगातार सांसद रहे. वह इकलौते ऐसे मुख्यमंत्री हैं जो संन्यासी भी हैं.

गोरक्षपीठाधीश्वर, हिंदू युवा वाहिनी के संस्थापक भी
इतना ही नहीं, गोरक्षपीठाधीश्‍वर महंत अवेद्यनाथ ने योगी आदित्यनाथ को अपना उत्तराधिकारी घोषित किया और सितंबर 2014 में उनके समाधि लेने के बाद सीएम योगी गोरक्षपीठाधीश्‍वर बने. इसके इलावा, हमारे सीएम योगी हिंदू युवा वाहिनी के संस्थापक भी हैं. यह वाहिनी एक सामाजिक, सांस्कृतिक और राष्ट्रवादी संगठन है.

1993 में गुरु अवेद्यनाथ पर रिसर्च करने पहुंचे थे अजय बिष्ट
सीएम और गोरक्षपीठाधीश्वर महंत दशहरा पर दंडाधिकारी की भूमिका अदा करते हैं और अदालत लगाकर संतों के आपसी विवाद सुलझाते हैं. साल 1993 में गणित में एमएससी की पढ़ाई के दौरान अजय सिंह बिष्‍ट गुरु गोरखनाथ पर रिसर्च करने के लिए गोरखपुर पहुंचे. इसके बाद तत्‍कालीन गोरक्षपीठाधीश्‍वर महंत अवेद्यनाथ के संपर्क में आ गए. दोनों गुरु और शिष्य एक दूसरे से काफी प्रभावित थे. 

पिता थे फॉरेस्ट रेंजर
गौरतलब है कि योगी आदित्यनाथ साल 1972 के 5 जून को उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल जिले के पंचुर गांव में जन्मे थे. पिता आनन्द सिंह बिष्ट फॉरेस्ट रेंजर थे और माता श्रीमती सावित्री देवी गृहिणी. 

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