दक्षिण भारत को मिली पहली वंदे भारत ट्रेन, पीएम मोदी ने दिखाई हरी झंडी
चेन्नई: दक्षिण भारत को अपना पहला वंदे भारत ट्रेन मिल गयी है. प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी मैसूर और चेन्नई के बीच नई ट्रेन को हरी झंडी दिखाई. ट्रेन का ट्रायल रन चेन्नई के एमजी रामचंद्रन सेंट्रल रेलवे स्टेशन से पहले ही किया जा चुका था. मैसूर-चेन्नई वंदे भारत ट्रेन भारत की पांचवीं सेमी-हाई-स्पीड ट्रेन होगी. इसके अलावा, पीएम मोदी केम्पेगौड़ा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के नए टर्मिनल का भी उद्घाटन करने वाले हैं. इन नई परियोजनाओं का उद्देश्य शहर को बेहतर कनेक्टिविटी देना है.
गौरतलब है कि पहली वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन दिल्ली-कानपुर-इलाहाबाद-वाराणसी रूट पर शुरू की गई थी. इसके बाद अलग-अलग रूटों पर तीन और ट्रेनें चलाई गई हैं. इनमें से नवीनतम ट्रेनों को दिल्ली-ऊना पर पीएम मोदी द्वारा झंडी दिखाकर रवाना किया गया था जिससे यात्रा का समय कम हो गया और मार्ग पर कनेक्टिविटी में सुधार हुआ. यह ट्रेन सुविधा और गति के मामले में भारतीय रेलवे की अगली महत्वपूर्ण प्रगति का प्रतिनिधित्व करती है. ये ट्रेनें यात्रा के समय को 25 प्रतिशत से 45 प्रतिशत तक कम कर रही हैं.
उदाहरण के लिए, नई दिल्ली और वाराणसी के बीच की यात्रा में आठ घंटे का समय लगेगा, जो इन दोनों शहरों के बीच चलने वाली सबसे तेज ट्रेन की तुलना में 40-50 प्रतिशत है. इसके अलावा, प्रत्येक कोच में एक स्वचालित दरवाजा, एक जीपीएस-आधारित ऑडियो-विजुअल यात्री सूचना प्रणाली, वाई-फाई के लिए एक ऑनबोर्ड हॉटस्पॉट और बेहद आरामदायक बैठने की सुविधा है. सभी बाथरूमों में बायो-वैक्यूम शौचालय हैं.