पंजाब से यूपी लाये जाते है खूंखार पिटबुल

लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी में पालतू पिटबुल ने मंगलवार को अपनी बुजुर्ग मालकिन को नोच कर जान से मार डाला. इस घटना से पेट्स लवर्स और डॉग ब्रीडर्स खौफ में है ।
भारतशुद्ध नस्ल का पिटबुल नहीं होता है इतना घातक: पशु विशेषज्ञ बताते है कि पिटबुल, साइबेरियन हस्की समेत कुछ ऐसे कुत्तों की नस्लें होती है जो खतरनाक मानी जाती है. लेकिन इतनी भी नही कि वो अपने ही मालिक की जान ले लें. वो बताते है कि पिटबुल की एक कमजोरी होती है जो किसी के लिए भी जानलेवा साबित होती है वो है उसका जबड़ा, जो हमले के दौरान लॉक हो जाता है और जिस जगह वो काटता है वहां का मांस ही निकाल लेता है. डॉक्टर बताते है कि पिटबुल में अग्रेशन इस कदर आना की वो अपने मालिक की जान ले ले वो इस ओर इशारा करता है कि ब्रीडर अलग अलग खतरनाक कुत्तों के बीच ब्रीड करते है और जो उससे बच्चा तैयार होता है वो ज्यादा खतरनाक होता है.

डॉग ब्रीडर ने बताया कि पंजाब में अमेरिकन बुली और पिटबुल की डिमांड ज्यादा है. वहाँ से ये कुत्ते नेपाल के रास्ते यूपी लाये जाते हैं. यूपी में कुछ ब्रीडर ऐसे गलत तरीके से लाये गए कुत्तों की ब्रीडिंग करवाते है. नीरज कहते है कि प्योर नस्लें का पिटबुल इतना खतरनाक नही होता कि किसी की जान ले.उन्होंने बताया कि पंजाब में कुत्तों की फाइटिंग एक तरह का बाजार है. इसके लिए शेड्यूल वन के कुत्ते जिसमें रॉटविलर, मैस्टिफ, हस्की और सबसे ज्यादा पिटबुल की फाइटिंग कराई जाती है. बैन के बावजूद पंजाब में डॉग फाइटिंग का खेल नही रुक रहा है. इसकी वजह से यूपी में आसानी से ये खतरनाक नस्ल पहुँच रही और प्रसाशन का ध्यान इस ओर नही जा रहा है.

लोग अपना स्टेटस बनाये रखने के लिए ऐसे खतरनाक कुत्तों को पालते है, लेकिन उन्हें घरवालों के सहारे छोड़ देते है. वो कहते है कि यदि कोई पशु प्रेमी कुत्ता पालना चाहता भी है तो छोटी नस्लों के कुत्ते भी पाल सकते है ।

सरकारी रिकार्ड में लखनऊ में दर्ज हैं 4824 पालतू कुत्ते: लखनऊ नगर निगम में 4824 कुत्तों का रजिस्ट्रेशन किया है. 2370 विदेशी नस्लें के बड़े कुत्ते हैं. जिसमें लैब्राडोर 603, गोल्डन रिटिवर 347, जर्मन शेफर्ड 518, रॉटविलर 178 हैं. डॉबरमैन , पिटबुल, बॉक्सर व साइबेरियन हस्की 724 हैं. छोटी ब्रीड में पामेरियन 204, शिटजू 203, पग 172, बीगल 82, लासा अप्सों 248, स्पिट्ज 123 और अन्य 296 हैं।

Related Articles

Back to top button