लखीमपुर मामले में एसआईटी रिपोर्ट के बाद मंत्री के इस्तीफे की मांग को लेकर लोकसभा में विपक्षी सदस्यों का हंगामा, कार्यवाही स्थगित
नयी दिल्ली। कांग्रेस और कुछ अन्य विपक्षी दलों ने उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा के मामले में विशेष जांच दल (एसआईटी) की रिपोर्ट को लेकर बुधवार को लोकसभा में हंगामा किया जिसके चलते सदन की कार्यवाही आरंभ होने के करीब आधे घंटे बाद अपराह्न दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। सदन की कार्यवाही आरंभ होने के साथ ही विपक्षी सदस्य नारेबाजी करते हुए आसन के निकट पहुंच गए। कई सदस्यों ने हाथों में तख्तियां ले रखी थीं। उन्होंने ‘वी वांट जस्टिस’ , ‘मंत्री का इस्तीफा लो’ और ‘प्रधानमंत्री जवाब दो’ के नारे लगाए। एसआईटी की रिपोर्ट को लेकर ही आज सुबह कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और केरल के वायनाड से लोकसभा सदस्य राहुल गांधी ने कार्यस्थगन का नोटिस दिया था। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने सदन में हंगामे के बीच ही प्रश्नकाल आगे बढ़ाया। विपक्षी सदस्यों के शोर-शराबे के बीच ही रेल मंत्रालय और उपभोक्ता मामले एवं खाद्य मंत्रालय से संबंधित पूरक प्रश्न पूछे गए तथा संबंधित विभागों के मंत्रियों ने इन प्रश्नों के उत्तर दिए।
बिरला ने विपक्षी सदस्यों से शांत होने की अपील करते हुए कहा, ‘यह अच्छी परंपरा नहीं है। प्रश्नकाल चलने दीजिए। मैंने आपका स्थगन प्रस्ताव अब तक खारिज नहीं किया है। आप लोग माननीय हैं, देश के लाखों लोगों का प्रतिनिधित्व करते हैं। अपने स्थान पर जाइए।’ इस बीच, संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने आसन के समीप बैठे अधिकारियों के निकट जाकर विपक्षी सदस्यों के नारेबाजी करने पर आपत्ति जताई। हंगामा नहीं थमने पर करीब साढ़े 11 बजे सदन की कार्यवाही अपराह्न दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी गयी।



