सीएम योगी ने सम्राट मिहिर भोज की प्रतिमा का किया अनावरण, कहा- महापुरुषों को जातियों में नहीं करना चाहिए कैद
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को दादरी में सम्राट मिहिर भोज की प्रतिमा का अनावरण किया. इस मौके पर सीएम योगी ने सम्राट मिहिर भोज को विदेशी अक्रांताओं के छक्के छुड़ाने वाला धर्म रक्षक सम्राट बताया. इस दौरान भीड़ में ‘गुर्जर सम्राट’ के नारे भी लगे.
सीएम योगी ने कहा, ‘महापुरुषों को कभी जातीय सीमाओं में कैद नहीं करना चाहिए. उनका महान बलिदान किसी व्यक्ति या परिवार के लिए नहीं, बल्कि पूरे देश के लिए होता है. महापुरुषों को कभी जातीय सीमाओं में कैद नहीं करना चाहिए.’ उन्होंने कहा, ”एक भारत-श्रेष्ठ भारत’ की परिकल्पना को साकार करने के लिए हमें एक ही धर्म के साथ स्वयं को जोड़ना होगा-वह धर्म है ‘राष्ट्रधर्म’.’
उन्होंने कहा, ‘यदि ‘राष्ट्रधर्म’ पर आंच आई तो कोई व्यक्ति, जाति या मजहब सुरक्षित नहीं रहेगा. यदि किसी को लगता है कि देश की सुरक्षा खतरे में आ जाए तब भी वह सुरक्षित रह लेगा, तो यह उसकी गलतफहमी होगी.’ उन्होंने कहा, ‘मां पन्ना धाय ने अपने पुत्र का बलिदान देकर महाराणा को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया था. उनके इस महान त्याग पर सिर्फ गुर्जर समाज को नहीं, अपितु संपूर्ण भारत को गौरव की अनुभूति करनी चाहिए. ‘
सीएम योगी ने कहा कि सम्राट मिहिर भोज के शासन के 150 सालों तक कोई विदेशी आक्रांता का आक्रमण नहीं होता. लेकिन उसके बाद गजनवी आता है, जिसके राज में मंदिर तोड़े जाते हैं और लड़कियों को बेशर्मी से बाजार में बेचा जाता है. उन्होंने कहा, इतिहास में ऐसे महापुरुषों के नाम को प्रस्तुत करने की जरूरत है. महापुरुषों को कभी भी जातीय सीमा में पेश करने की जगह राष्ट्रनायक की तरह प्रस्तुत करना चाहिए.
4.5 साल में कोई दंगा नहीं हुआ
सीएम योगी ने दावा करते हुए कहा, 4.5 साल पहले यहां कावड़ यात्रा नहीं निकलने देते थे लेकिन अभी आपने देखा राम मंदिर का भव्य भूमि पूजन हो रहा है. उन्होंने कहा, ‘2014 के लोकसभा चुनाव में जब पश्चिमी उत्तर प्रदेश आते थे तो लोग ये पूछते थे कि बेटियों को सुरक्षा कब मिलेगी, गोकशी होती थी. हमने पहले काम किया.’ सीएम योगी ने दावा किया कि उनकी सरकार में साढ़े चार साल में कोई भी दंगा नहीं हुआ है.



