लखीमपुर बवाल: सपा-कांग्रेस फ्रंट पर, बसपा नेपथ्य से कर रही वार

लखनऊ। लखीमपुर बवाल से सियासी गलियारे में मचे दांव-पेंच से बसपा दूर-दूर तक नजर नहीं आई। बसपा महासचिव सतीश चन्द्र मिश्रा के नजरबंद होने की खबर शहर के मीडियाकर्मियों को जैसे ही लगी तो उनका रुख महासचिव के आवास की तरफ हो गया। एनेक्सी से लेकर प्रेरणा केन्द्र तक भारी पुलिस तैनात किया गया था। यही नहीं उनके आवास तक भी पुलिस ने मोर्चा संभाल रखा था।

पुलिसबल ने जैसे ही उनके आवास को घेरना शुरू किया तो बसपा महासचिव सतीश चन्द्र मिश्र लखीमपुर जाने के लिए निकले लेकिन प्रशासन के समझाने के बाद वह वापस अपने आवास में चले गए। इसके बाद जिस सियासी पारे को चढ़ने का इंतजार था वह नीचे उतरना शुरू हो गया। मीडिया कर्मियों और इलेक्ट्रानिक चैनलों ने भी अपने कैमरों का रुख सपा कार्यालय की तरफ कर दिया।

कार्यकर्ताओं का भी नहीं मिला साथ

सपा-कांग्रेस समेत अन्य विपक्षी दल जिस तरह से सड़क पर अपनी मौजूदगी दर्ज कराई उस तरह का माहौल बसपा पार्टी के न तो नेताओं में दिखा और न ही उनके कार्यकर्ताओं ने ही जोश दिखाया। बसपा सुप्रीमो मायावती के इस मामले पर कुछ ट्विट को छोड़ दिया जाए तो बसपा महासचिव सतीशचन्द्र मिश्र जिन्हें इस मामले पर अगुवाई करनी थी उनका ट्रिवटर बिल्कुल शांत रहा। पार्टी ने इस पूरे बवाल को किस तरह से नेपथ्य में लेकर चली गई इसकी एक बानगी यह रही कि पार्टी के कैडर कोर कार्यकर्ताओं को भी कोई जानकारी नहीं दी गई कि आखिर उन्हें क्या करना है।

जबकि दूसरी समाजवादी पार्टी ने देर रात ही अपने कार्यकर्ताओं से प्रदेश पार्टी कार्यालय पहुंचने का अल्टीमेटम जारी कर चुकी थी। इसका असर यह रहा है कि सुबह आठ बजे से ही पार्टी कार्यालय पर उनके पदाधिकारियों के साथ-साथ कार्यकर्ताओं का जमावड़ा लग चुका था। विधानसभा के कद्दावर बसपा नेता रामजियावन कहते हैं कि कोई प्रदर्शन या धरना दिया जाना है इसकी जानकारी ही कार्यकर्ताओं को नहीं दी गई। ऐसे में जो कार्यकर्ता पार्टी से जुड़े भी हैं उनके सामने घर बैठने के अलावा कोई अन्य चारा नहीं था। दूसरा सबसे बड़ा कारण यह है जिन बसपा नेताओं पर पार्टी ने दांव लगाया या तो वह पार्टी छोड़कर किसी अन्य का हाथ थाम चुका है या तो वह निष्क्रिय है जनता तक नहीं पहुंच रहा।

बसपा महासचिव नजरबंद, घर के सामने पुलिस वालों का पहरा, कार्यकर्ता नदारद

प्रशासन ने बसपा महासचिव सतीश चन्द्र मिश्र को सोमवार तड़के ही नजरबंद कर दिया। किसानों की मौत पर मचे बवाल पर बसपा नेता ने भी मौके पर जाने का एलान किया था। सोमवार तड़के लखीमपुर निकलने से पहले ही पुलिस प्रशासन ने बसपा महासचिव सतीश चन्द्र मिश्र को उनके आवास में नजरबंद कर दिया। पुलिस प्रशासन ने सुबह से ही प्रेरणा केन्द्र के पीछे उनके आवास को छावनी में बदल दिया। सुबह जब वह घर से बाहर निकलने लगे तो प्रशासन ने उन्हें जाने से मना किया। उनके कार्यालय से बताया गया कि दोपहर ही बसपा महासचिव बात कर पाएंगे।

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