जौनपुर में हिंसक प्रदर्शन, फूंकी बाइकें बस और जीप, पथराव में कई पुलिसकर्मी घायल, हवाई फायरिंग

यूपी के जौनपुर जिले में अग्निपथ योजना के खिलाफ आज लगातार दूसरे दिन प्रदर्शन हो रहा है। शनिवार सुबह ही सैकड़ों की संख्या में युवक सड़कों पर उतर गए। बदलापुर और लालाबाजार में भारी बवाल हुआ। जौनपुर-प्रयागराज हाईवे पर लाला बाजार स्थित शिवगुलाम गंज तिराहे पर प्रदर्शनकारियों ने कई बाइकें दो रोडवेज बस, एक पुलिस की गाड़ी समेत कई वाहनों को क्षतिग्रस्त कर दिया।


साथ ही सुबह साढ़े नौ बजे एक बस और एक जीप में आग लगा दी। पुलिस पहुंची को पथराव किया गया गया। बेकाबू हालात को संभालने के लिए पुलिस ने पहले आंसू गैस के गोले छोड़े फिर हवाई फायरिंग भी की।  मौके पर उच्चाधिकारी पहुंच गए हैं। स्थिति पूरी तरह से तनावपूर्ण है। राज्य सूचना आयुक्त प्रमोद तिवारी को स्कोर्ट कर ले जा रहे पुलिस वाहन पर बदलापुर के समीप पूरामुकुंद गांव के पास पथराव कर दिया गया, जिसमें एसआई राजेन्द्र यादव व सिपाही राम सुजान यादव घायल हो गए हैं। जौनपुर-प्रयागराज हाईवे पर लंबा जाम लगा है। इधर, बदलापुर में पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच एक किमी तक पथराव हुआ। इस समय प्रदर्शनकारी श्रीकृष्ण नगर रेलवे स्टेशन की ओर गए हैं। कई थानों की फोर्स के साथ अधिकारी पहुंचे हैं।

बदलापुर के इंदिरा चौक पर सुबह सात बजे से ही जाम लगाने की कोशिश में प्रदर्शनकारी लगे रहे। करीब साढ़े आठ बजे युवाओं ने रोडवेज बसों को रोकते हुए सड़क जाम कर दिया। पुलिस ने समझाने की कोशिश की तो मामला बिगड़ गया। विरोध प्रदर्शन में शामिल युवाओं ने पुलिस पर पथराव कर दिया।  

प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक करीब एक किमी तक पुरानी बाजार गांव के पास तक प्रदर्शनकारी और पुलिस के बीच पथराव का दौर चला।  इस दौरान थानाध्यक्ष महराजगंज संतोष शुक्ला समेत कई लोग घायल भी हो गए। इसके बाद प्रदर्शनकारी श्रीकृष्ण नगर रेलवे स्टेशन की ओर चले गए।ट्रेन रोकने की आशंका के मद्देनजर प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बदलापुर, महराजगंज, सिंगरामऊ थाने की फोर्स पहुंच गई है। सूचना पर एएसपी ग्रामीण शैलेंद्र कुमार सिंह भी मौके पर पहुंच गए हैं। साथ ही पुलिस लाइन से बड़ी संख्या में जवानों को बुलाया गया है।  सेना में चार साल के लिए बतौर अग्निवीर की तरह भर्ती प्रक्रिया की घोषणा से सेना की तैयारी करने वाले युवकों में आक्रोश है। युवाओं का कहना है कि देश के लिए जुनून है, लेकिन सरकार उनके बारे में नहीं सोच रही है।

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