धमतरी : जिले के अमृत सरोवर निर्माण से होगा गांव में जल निकायों का विकास और कायाकल्प

धमतरी। आजादी की 75वीं वर्षगांठ को अमृत महोत्सव के रूप में पूरे देश में मनाया गया। इस अवसर को यादगार बनाने के लिए गांवों के तालाब को अमृत सरोवर के रूप में विकसित किया जा रहा है। जल संरक्षण और जनमानस को दृष्टिगत रखते हुए जिले में कम से कम 75 अमृत सरोवर (तालाब) बनाने का शासन से निर्देश प्राप्त हुआ है। प्रत्येक अमृत सरोवर में कम से कम एक एकड़ (04 हेक्टेयर) का तालाब क्षेत्र होगा, जिसमें 10 हजार घनमीटर जलधारण की क्षमता होगी। आज अमृत सरोवर को नया स्वरूप देने का तात्पर्य है कि सरोवर के आसपास सामुदायिक शौचालय सहित मूलभूत की आवश्यक सुविधाएं निहित हो। गांव-शहर की आबादी बढ़ने के साथ-साथ तालाब अतिक्रमण का शिकार होकर अस्तित्व खोते जा रहे हैं।

इस संबंध में जिला पंचायत सीईओ रोक्तिमा यादव ने गुरुवार को जानकारी देते हुए बताया कि कलेक्टर के निर्देशानुसार मानक अनुसार जिले के 75 गांवों में अमृत सरोवर के रूप में तालाबों को विकसित करने हेतु महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजनांतर्गत कार्यों की प्रशासकीय स्वीकृति दी गई है। स्वीकृत कार्यों को योजनांतर्गत मूर्तरूप दिया जा रहा है। ग्रामीणों के मांग अनुसार जिले में अब तक कुल 94 अमृत सरोवर के लिए राशि 1213.60 लाख रुपये की स्वीकृति की गई है। जिसमें तालाब गहरीकरण, पचरीकरण, पिचिंग कार्य आदि कार्य कराये जा रहे हैं। धमतरी विकासखंड के ग्राम- खरतुली, खरेंगा, बोडरा (सा), बोदाछापर, बागतराई, बेन्द्रानवागांव, कण्डेल, कोड़ेगांव (रै), कसही, कुर्रा, मोगरांगहन, किशनपुरी, लिमतरा, भोयना, भोथली, परेवाडीह, पोटियाडीह, सांकरा, सेहराडबरी, तरसींवा, कुरूद विकासखंड के ग्राम- धुमा, बोरझरा, कोंडापार, कुहकुहा, कुल्हाडी, कन्हारपुरी, बिरेझर, सिर्री, सिलघट, हंचलपुर, भेण्ड्रा, भेण्डरवानी, भैसमुण्डी, सकरी, चर्रा, चटौद, फुसेरा, जुगदेही, नवागांव(उ), अंटग, गातापार(आ), गुदगुदा, मगरलोड विकासखंड के ग्राम- खण्डमा(माल), शुक्लाभाठा, बोडरा, कासरवाही, मेघा, खिसोरा, भोथीडीह, परसाबुडा, परसट्ठी, पालवाड़ी, रांकाडीह, शुक्लाभाठा, संकरा, सोनपैरी, सोनारिनदैहान, जामली, नारधा, नगरी विकासखंड के ग्राम- झुरातराई, बाजारकुर्रीडीह, बेलरबहारा, बनबगौद, बगरूमनाला, कांटाकुर्रीडीह, कुम्हड़ा, कुरमिया, मौहाबहारा, मोदे, मुकुन्दपुर, मुनईकेरा, हीरापुर, हरदीभाठा, भैंसामुड़ा, सरईटोला(मा), उमरगांव, डोकाल, दुगली, चर्रा, तुमडीबहार, नवागांव(कस), आमाकोन्हा, गढडोंगरी(मा), गोविन्दपुर, गुहाननाला, गजकन्हार, लखनपुरी आदि पंचायतों में अमृत सरोवर के कार्य कराये जा रहे हैं।

तालाब किनारे की जा रही आकर्षक सजावट

मालूम हो कि अमृत सरोवर मिशन की शुरुआत 24 अप्रैल 2022 को जल संरक्षण के उद्देश्य से प्रारंभ किया गया है। इस मिशन का उद्देश्य आजादी का अमृत महोत्सव के रूप में जिले के कम से कम 75 गांवों में जलनिकायों का विकास और कायाकल्प करना। एक एकड़ या उससे अधिक आकार के प्रत्येक अमृत सरोवर तालाब में 10 हजार घनमीटर की जलधारण क्षमता के साथ विस्तार किया जा रहा है।

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