Bhopal News-जापान के “इंडिया मेले” में बाग प्रिंट की रही धूम, मध्य प्रदेश को दिलाई विशिष्ट पहचान
Bhopal News-जापान में आयोजित “इंडिया मेले-2024” में मध्य प्रदेश के वस्त्रों में विशिष्ट पहचान बनाने वाली बाग प्रिंट ने सभी का ध्यान न केवल अपनी ओर आकृष्ट किया, बल्कि अपनी विशेष छाप भी छोड़ी। बाग प्रिंट हस्तशिल्प के पुश्तैनी कलाकार मोहम्मद यूसुफ खत्री ने जापान के विभिन्न शहरों में बाग प्रिंट की मास्टर क्लासेस और कारीगरी का प्रदर्शन किया।
यह जानकारी मंगलवार को जनसम्पर्क अधिकारी प्रदीप वाजपेयी ने दी। उन्होंने बताया कि जापान में भारतीय राजदूत सिबी जॉर्ज और वस्त्र मंत्रालय की विकास आयुक्त अमृत राज ने भी उनकी कला को सराहा।
उन्होंने बताया कि मध्य प्रदेश के धार जिले के बाग क्षेत्र की परंपरागत बाग प्रिंट हस्तकला ने एक बार फिर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाने में सफलता हासिल की है। शिल्प गुरु और गोल्ड मेडलिस्ट मोहम्मद यूसुफ खत्री ने जापान में आयोजित कई कार्यक्रमों में मध्य प्रदेश की परंपरागत बाग प्रिंट की कला का प्रदर्शन किया, जिसने जापान के लोगों का दिल जीत लिया।
बाग प्रिंट का अंतरराष्ट्रीय मंच पर प्रदर्शन
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जनसम्पर्क अधिकारी ने बताया कि 12 से 20 अक्टूबर 2024 के बीच ओसाका, क्योटो और साकाई जैसे प्रमुख शहरों में आयोजित कार्यक्रमों में मोहम्मद यूसुफ खत्री ने जापान के लोगों को इस कला की बारीकियां सिखाईं। ओसाका से लगभग 40 किलोमीटर दूर कोबे में आयोजित ‘इंडिया मेला’ में तीन दिनों तक बाग प्रिंट कला का जीवंत प्रदर्शन किया गया। इस दौरान बच्चों और पर्यटकों ने बाग प्रिंट के गुर सीखे और गहरी दिलचस्पी दिखाई। जापान के लोगों ने बाग प्रिंट कला को न केवल पसंद किया, बल्कि इसके प्रति गहरी रुचि भी दिखाई। इससे यह स्पष्ट होता है कि भारतीय हस्तशिल्प को वैश्विक स्तर पर पहचान मिल रही है।
जापान में बाग प्रिंट की अनोखी पहचान
खत्री ने 16 अक्टूबर को वाकायामा शहर के म्यूज़ियम ऑफ मॉर्डन आर्ट में जाकर फाइन आर्ट के विद्यार्थियों और डेलीगेट्स को बाग प्रिंट की विशेषताओं से अवगत कराया। इसके बाद 17 अक्टूबर को क्योटो के कोकोका क्योटो इंटरनेशनल कम्युनिटी हाउस में भी उन्होंने बाग प्रिंट की मास्टर क्लास ली। 20 अक्टूबर को साकाई शहर के मीना साकाई पार्क में उन्होंने स्थानीय लोगों को इस कला का प्रशिक्षण दिया, जिसे काफी सराहना मिली। प्रशिक्षण के दौरान लोगों ने बाग प्रिंट की तकनीक से रूमाल भी बनाए।
भारतीय महावाणिज्य दूतावास द्वारा आयोजन
15 अक्टूबर को भारत के प्रधान कोंसलावास, ओसाका-कोबे, जापान के महावाणिज्य दूत चंद्रू अप्पार के निवास पर ‘इंडिया भोज’ का आयोजन किया गया था।