Jhansi: झांसी का रानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज का दर्दनाक हादसा, सुन रह जायेंगे दंग

Jhansi: रोती माँ, बिलखता पिता हर तरफ बस चीख पुकार, कुछ ऐसे हालातों में दिखाई दिया झांसी का रानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज। जिधर नजर पड़ी सब अपने बच्चे वापस लाने की मांग करते दिखाई दिए। एक माँ ने भी शायद कभी ये नहीं सोचा होगा जिसे वो 9 महीने अपनी कोख़ में पाल रही है, जिसके लिए इतने कष्ट सह रही है वो पैदा होते ही उसे छोड़ कर चला जायेगा। मामला झांसी मेडिकल कॉलेज का है, जहाँ शुक्रवार रात को एक हादसा हुआ जिसने सबका दिल दहला कर रख दिया, कॉलेज के नवजात शिशुओं वाले एनआईसीयू वार्ड में अचानक आग लग गयी, आग इतनी भयानक थी कि उसने 10 मासूमों को अपना निवाला बना लिया। हादसे में 17 से ज्यादा बच्चे घायल भी हुए, जिनका इलाज अभी जारी है।

सोशल मीडिया पर घटना की तस्वीरें वायरल हैं, पर उन्हें देखने की हिम्मत किसी में नहीं। नर्सिंग स्टाफ अपनी जान पर खेल बच्चों को गोद में उठाकर बाहर निकालता दिखाई दिया, पर इस दौरान उनकी आंख में आंसू थे। और ये दर्द हर तरफ साफ दिखाई दे रहा था। तेजी से फैलती आग के बीच नर्सिंग स्टाफ ने जैसे-तैसे नवजातों को गोद में उठाकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा रहा था। नवजातों को दूसरी यूनिट में शिफ्ट भी किया गया। लेकिन आग इतनी भयावह थी कि 10 मासूमों को बचाया नहीं जा सका। घटना के दौरान फायर अलार्म और वॉटर स्प्रिंकलर ने भी काम नहीं किया, अस्पताल के फायर एक्सटिंग्विशर भी एक से तीन साल पहले एक्सपायर हो चुके थे। जिसका वीडियो भी जमकर वायरल हो रहा है। मायने लापरवाही का आलम ऐसा जिसने बेचारे उन मासूमों की जान ले ली जिन्होंने अभी तक दुनिया में ढंग से कदम भी नहीं रखा था। कुछ परिजनों का तो हाल ऐसा है कि उन्हें ये तक पता नहीं कि उनका बच्चा अब तक जिंदा भी है या नहीं.

झांसी के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक सचिन माहौर ने ANI से बात करते हुए बताया कि एनआईसीयू में कुल 54 नवजात शिशु भर्ती थे. रात करीब 10:30 से 10:45 के बीच ऑक्सीजन कंसंट्रेटर में शॉर्ट सर्किट से आग लग गई. आग तेजी से फैल गई, जिसके चलते ये हादसा हुआ।

CM योगी ने घटना को दुखद बताते हुए जांच के आदेश दिए हैं। घटना के बाद झांसी प्रशासन ने लापता बच्चों की जानकारी के लिए एक हेल्पलाइन नंबर 6389831357 भी जारी किया है। परिजन इस नंबर के जरिये अपने बच्चों से संबंधित जानकारी ले सकते है। घटना पर विपक्ष जमकर योगी सरकार को घेरने में जुटा हुआ है। सपा नेता अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म X पर पोस्ट करते हुए लिखा, झांसी में ये दर्दनाक हादसा योगी सरकार के भ्रष्टाचार और लापरवाही के कारण हुआ है, दंगा फसाद करवाकर चुनाव जीतने का काम करने पर ही सीएम योगी का सारा दिमाग लगता है, यूपी के सरकारी अस्पताल बदहाली ,भ्रष्टाचार, लापरवाही का अड्डा बन गए हैं, सीएम योगी के राज में ये दूसरी बड़ी घटना है जिसमें मांओं ने अपने बच्चों को खोया है, वो पहली गोरखपुर की ऑक्सीजन कांड वाली घटना भी योगी/भाजपा के भ्रष्टाचार के कारण हुई थी और ये वाली घटना भी योगी/भाजपा के महाभ्रष्टाचार के कारण ही हुई है।

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मामला गंभीर है ऐसे में असल सच क्या है ये तो जाँच के बाद ही पता चलेगा, पर इस पूरी घटना ने एक सवाल खड़ा कर दिया है कि जब फायर सेफ्टी उपकरण एक्सपायर हो चुके थे तो प्रशासन ने समय रहते इन्हें बदलने की प्रक्रिया क्यों नहीं शुरू की? ऐसे संवेदनशील स्थानों पर किसी भी लापरवाही को क्या माफ किया जाना चाहिए ? आज जिन माताओं ने अपने बच्चे सिर्फ और सिर्फ कुछ लोगों की लापरवाही के कारण खोये है उनकी सुनवाई कौन करेगा।

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