West Bengal: भारत की जवाबी कार्रवाई के बाद उत्तर बंगाल में सीमा पर चौकसी बढ़ी, बीएसएफ की सख्त निगरानी
West Bengal: दक्षिण कश्मीर के पहलगाम में भारतीय सेना पर हुए जघन्य आतंकी हमले के 15 दिन के भीतर भारत ने सख्त और निर्णायक कार्रवाई करते हुए पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में स्थित नौ आतंकी ठिकानों को मिसाइल हमले में तबाह कर दिया है। इस जवाबी कार्रवाई के बाद उत्तर बंगाल में भारत-बांग्लादेश सीमा पर सुरक्षा व्यवस्था को और कड़ा कर दिया गया है। सीमा सुरक्षा बल (BSF) अब पहले से कहीं ज्यादा सतर्कता बरत रहा है और सीमावर्ती इलाकों में जवानों की तैनाती में उल्लेखनीय इजाफा किया गया है।
उत्तर बंगाल की कुल 936 किलोमीटर लंबी अंतरराष्ट्रीय सीमा बांग्लादेश, नेपाल और भूटान से सटी हुई है। सुरक्षा एजेंसियों ने पहले से ही इन क्षेत्रों में चौकसी बढ़ा रखी थी, लेकिन अब प्रत्येक गतिविधि पर पैनी नजर रखी जा रही है। खासकर नेपाल सीमा से सटे पानीटंकी और सामरिक दृष्टि से बेहद संवेदनशील ‘चिकेन नेक’ इलाके में सशस्त्र सीमा बल (SSB) की तैनाती भी बढ़ा दी गई है।
कूचबिहार जिले में बांग्लादेश से सटी 157 किलोमीटर सीमा में लगभग 40 किलोमीटर क्षेत्र ऐसा है जहां अब भी कंटीले तार नहीं लगे हैं। इन संवेदनशील इलाकों में BSF की गश्त और जवानों की संख्या को दोगुना कर दिया गया है। वहीं, जलपाईगुड़ी जिले के फुलबाड़ी सीमा क्षेत्र में भी निगरानी व्यवस्था को अत्यधिक सख्त किया गया है।
उत्तर दिनाजपुर जिले में भारत-बांग्लादेश सीमा की लंबाई लगभग 227 किलोमीटर है। जिले के चोपड़ा ब्लॉक के लक्ष्मीपुर, घिरनिगांव, दासपाड़ा और हफ्तियागंज पंचायतों के साथ-साथ गोआलपोखर-1 ब्लॉक की साहापुर-1 पंचायत, श्रीपुर सीमा और फुलबाड़ी बीओपी इलाकों में BSF की सतर्कता और जवानों की उपस्थिति में वृद्धि हुई है। करनदिघी और रायगंज ब्लॉक की सीमाओं पर भी अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात किए गए हैं।
इन सीमावर्ती क्षेत्रों में हजारों भारतीय नागरिक निवास करते हैं। सीमा पार भारतीय क्षेत्र में लगभग 30 हजार बीघा कृषि भूमि है, जहां के किसान प्रतिदिन सीमा गेट पार करके अपने खेतों में काम करने जाते हैं। बीएसएफ ने अब इस आवाजाही की प्रक्रिया को भी कड़ा कर दिया है। स्थानीय लोगों के अनुसार, अब खेती के लिए सीमा पार करने से पहले गहन जांच से गुजरना अनिवार्य हो गया है।
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भारत की सख्त सैन्य कार्रवाई के बाद बांग्लादेश सीमा पर भी तनावपूर्ण स्थिति देखी जा रही है। दोनों देशों की ओर से सीमा चौकियों पर निगरानी बढ़ा दी गई है ताकि किसी भी प्रकार की घुसपैठ या संदिग्ध गतिविधियों को समय रहते रोका जा सके।