Up News- आयुष विभाग में रिक्त पदाें को भरने के लिए योगी सरकार ने कसी कमर
Up News- योगी सरकार प्रदेश के युवाओं को बड़ी सौगात देने जा रही है। योगी सरकार ने हाल ही में आयुष विभाग की बैठक में विभिन्न रिक्त पदों को जल्द से जल्द भरने के निर्देश दिये हैं। ऐसे में सीएम योगी के निर्देश के बाद आयुष विभाग ने आयुर्वेद, यूनानी और होम्योपैथिक विभाग में रिक्त कुल 4,350 पदों के लिए भर्ती प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है। इसमें से कुछ पद पदोन्नति, सीधी भर्ती, लेखा व वित्तीय संगर्व, पीएसएस संवर्ग के माध्यम से भरे जाएंगे। वहीं कुछ पदों के लिए अधियाचन भेजा जा चुका है।
मुख्यमंत्री के निर्देश पर तेजी से शुरू हुई भर्ती प्रक्रिया
प्रमुख सचिव आयुष रंजन कुमार ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बैठक में आयुष चिकित्सा सेवाओं को और अधिक प्रभावशाली बनाने के उद्देश्य से रिक्त पदों पर भर्ती प्रक्रिया प्राथमिकता के आधार पर शुरू करने के निर्देश दिये थे। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट निर्देश दिये कि प्रदेश में पारंपरिक चिकित्सा पद्धतियों को सुदृढ़ करने के लिए पर्याप्त मानव संसाधन होना चाहिए। इसी क्रम में निदेशक, उप निदेशक, प्राचार्य, प्रोफेसर, लेक्चरर, चिकित्साधिकारी, स्टाफ नर्स, फार्मासिस्ट, मैट्रन, रीडर जैसे महत्वपूर्ण पदों को भरने की तैयारी शुरू कर दी गयी है। उन्होंने बताया कि वर्तमान में आयुर्वेद चिकित्सा सेवाओं में कुल 7,233 स्वीकृत पदों में से 4,208 पद भरे हुए हैं, जबकि 3,025 पद रिक्त हैं। इसी तरह यूनानी चिकत्सा सेवाआें में कुल 462 स्वीकृत पदों में से 301 भरे हुए हैं जबकि 161 पद खाली हैं। इसके अलावा होम्योपैथिक चिकित्सा सेवाआेें में कुल 3,818 स्वीकृत पदों में से 2,654 भरे हुए हैं, जबकि 1,164 पद रिक्त हैं। इन पदों में से कई पर प्रोन्नति, सीधी भर्ती, लेखा व वित्तीय संगर्व, पीएसएस संवर्ग तथा अधियाचन भेजे जाने के माध्यम से नियुक्ति की जाएगी। प्रमुख सचिव ने बताया कि सीएम के निर्देश पर भर्ती प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है जबकि कुछ पदों के अधियाचन प्रेषित कर दिये गये हैं।
इन प्रमुख पदों पर होनी है भर्ती
– प्रोफेसर, लेक्चरर, चिकित्साधिकारी (आयुर्वेद/होम्योपैथी/यूनानी)
– स्टाफ नर्स, चीफ फार्मासिस्ट, फार्मासिस्ट, मैट्रन
– रीडर, उप निदेशक, सहायक औषधि नियंत्रक
– प्राचार्य, उप चिकित्साधिकारी, प्रवक्ता इत्यादि
आयुष चिकित्सा सेवा जन-जन तक पहुंचाना योगी सरकार का संकल्प
योगी सरकार का उद्देश्य है कि आयुष चिकित्सा व्यवस्था को जन-जन तक पहुंचाने के लिए न सिर्फ बुनियादी ढांचा मज़बूत किया जाए, बल्कि आवश्यक चिकित्सकीय मानव संसाधन की भी पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। पिछले वर्षों में योगी सरकार ने मेडिकल और आयुष शिक्षा संस्थानों में नये कॉलेज खोलने, पाठ्यक्रम विस्तार और डिजिटल हेल्थ सुविधाएं बढ़ाने जैसे कई प्रयास किए हैं। वर्तमान में योगी सरकार आयुष सेवाओं को नवाचार से जोड़ने का प्रयास कर रही है। टेलीमेडिसिन, डिजिटल रिकॉर्ड और आधुनिक अनुसंधान केंद्रों की स्थापना के साथ-साथ आयुर्वेद और होम्योपैथिक पद्धतियों को नई पीढ़ी के लिए करियर विकल्प के रूप में बढ़ावा दिया जा रहा है। इन भर्तियों से न केवल ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाएं सशक्त होंगी, बल्कि युवाओं को रोजगार के नये अवसर भी प्राप्त होंगे। योगी सरकार की यह पहल न केवल राज्य की पारंपरिक चिकित्सा पद्धतियों को पुनर्जीवित करने में मदद करेगा, बल्कि प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाओं को समग्र रूप से मजबूत करने में भी सहायक सिद्ध होगा।