Suvendu adhikari comments on TMC: बजबज आईओसीएल प्लांट में मजदूरी विवाद से कार्य बाधित

Suvendu adhikari comments on TMC: दक्षिण 24 परगना जिले के बजबज स्थित इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (IOCL) के बॉटलिंग प्लांट में मंगलवार रात मजदूरी विवाद को लेकर भारी विरोध प्रदर्शन हुआ। यह विवाद ट्रांसपोर्ट कंपनियों और उनके चालकों के बीच मजदूरी को लेकर था। प्रदर्शन के चलते एलपीजी सिलेंडर भरने का कार्य कुछ समय के लिए ठप हो गया।

प्लांट से प्रतिदिन 45 हजार से 50 हजार सिलेंडरों की आपूर्ति होती है, जो कोलकाता की रसोई गैस की जरूरतों का बड़ा हिस्सा है। विवाद के चलते शनिवार से ही डिस्पैच और उत्पादन बाधित था।

शुभेंदु अधिकारी ने टीएमसी पर साधा निशाना

राज्य विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी ने इस घटनाक्रम को लेकर राज्य सरकार पर तीखा हमला बोला। उन्होंने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर दो वीडियो साझा किए, जिनमें प्रदर्शनकारियों को सिलेंडरों से गैस छोड़ते हुए देखा जा सकता है।

अधिकारी ने कहा, “यह तृणमूल कांग्रेस के बेलगाम सिंडिकेट राज का नतीजा है। गैस रिसाव से बजबज इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, मेडिकल कॉलेज और आसपास के इलाकों में एक भयावह हादसा हो सकता था। एक चिंगारी से जान-माल का बड़ा नुकसान हो सकता था।”

उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि टीएमसी के अंदरुनी गुट लोडिंग-अनलोडिंग कार्यों पर कब्जे के लिए आपस में भिड़ रहे हैं, जिससे मजदूरों की स्थिति दयनीय हो गई है।

तृणमूल कांग्रेस का पलटवार – यह औद्योगिक विवाद है

टीएमसी प्रवक्ता देबांशु भट्टाचार्य ने भाजपा नेता के आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा, “यह एक सामान्य औद्योगिक विवाद है, जिसमें पुलिस ने तत्काल दखल दिया और स्थिति को नियंत्रित किया।”

उन्होंने पलटवार करते हुए कहा कि शुभेंदु अधिकारी को पहले अपने अतीत की ओर देखना चाहिए। “वे खुद सिंडिकेट चलाते थे और अब भी उन्हीं गतिविधियों में शामिल हैं,” उन्होंने कहा।

IOCL का बयान – कंपनी से नहीं जुड़ा विवाद

आईओसीएल के एक वरिष्ठ अधिकारी ने नाम न जाहिर करने की शर्त पर बताया कि यह विवाद ट्रांसपोर्टरों और उनके चालकों के बीच मजदूरी को लेकर था, न कि कंपनी की नीतियों या प्रबंधन से जुड़ा हुआ।

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उन्होंने बताया कि प्लांट के उत्पादन और डिस्पैच पर असर पड़ा था, लेकिन वैकल्पिक आपूर्ति स्रोतों के माध्यम से स्थिति संभाली गई। फिलहाल प्लांट में फिर से उत्पादन शुरू हो गया है और गैस आपूर्ति सामान्य हो गई है।

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