Maha Ashtami pujan: महाष्टमी पर हवन पूजन में उमड़ा श्रद्धा का सैलाब, दो दिन चला धार्मिक आयोजन
Maha Ashtami pujan: शारदीय नवरात्र के महाष्टमी पर्व पर धमतरी शहर और आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में श्रद्धालुओं की भारी भागीदारी देखने को मिली। परंपरागत रीति-रिवाजों के साथ हवन पूजन, कन्या भोज और भंडारे का आयोजन हुआ, जिसमें सैकड़ों भक्तों ने प्रसादी ग्रहण की।
दो दिन चला महाष्टमी का पर्व
- इस वर्ष एक तिथि दो दिन पड़ने के कारण महाष्टमी का आयोजन रविवार और सोमवार दोनों दिन हुआ।
- विंध्यवासिनी मंदिर में 30 सितंबर को हवन पूजन संपन्न हुआ, जबकि सोमवार को सप्तमी पर्व पर माता कालरात्रि की विशेष पूजा-अर्चना की गई।
कन्या भोज और भंडारा
- दुर्गा पंडालों में नौ कन्याओं को भोज कराकर भंडारा आयोजित किया गया।
- श्रद्धालुओं ने उपवास रखकर माता की आराधना की और प्रसाद ग्रहण किया।
ज्योत-जंवारा विसर्जन की तैयारी
- मंदर माई मंदिर में पंचमी तिथि से मनोकामना ज्योति प्रज्वलित की गई।
- दशहरा के दिन विधिवत पूजा के बाद जोत-जंवारा विसर्जन यात्रा निकाली जाएगी, जिसमें भक्तजन सांग-बाना लेकर शामिल होंगे।
अन्य मंदिरों की गतिविधियां
- हटकेशर और गोकुलपुर के शीतला मंदिरों से नवमीं को विसर्जन यात्रा निकाली जाएगी।
- मंदिरों में विशेष श्रृंगार और पूजा-अर्चना के साथ नवरात्र पर्व की गरिमा बनाए रखी गई।
भक्ति और उल्लास का संगम
इस वर्ष नवरात्र पूरे 10 दिनों का है, जिससे भक्तों को अधिक समय तक पूजा-अर्चना का अवसर मिला। महाष्टमी पर श्रद्धा, भक्ति और उत्साह का अद्भुत संगम देखने को मिला, जो धार्मिक आस्था की गहराई को दर्शाता है।