फरीदाबाद में आतंकी साजिश का पर्दाफाश, डॉक्टर के घर से 2,563 किलो विस्फोटक बरामद
फरीदाबाद के फतेहपुर तागा गाँव में डॉक्टर के किराए के घर से 2,563 किलो अमोनियम नाइट्रेट बरामद। धौज गाँव में 360 किलो विस्फोटक मिलने के बाद नई कार्रवाई।
फरीदाबाद। हरियाणा पुलिस और केंद्रीय एजेंसियों को आतंकी नेटवर्क की जांच में एक और बड़ी सफलता मिली है। फरीदाबाद के फतेहपुर तागा गाँव में एक किराए के मकान से 2,563 किलोग्राम अमोनियम नाइट्रेट बरामद किया गया है, जो बम बनाने में इस्तेमाल होने वाला प्रमुख रासायनिक पदार्थ है।
अधिकारियों के अनुसार, यह मकान जम्मू-कश्मीर के पुलवामा निवासी डॉक्टर मुज़म्मिल शकील ने करीब आठ महीने पहले एक स्थानीय इमाम मौलवी इस्ताक से किराए पर लिया था। डॉ. शकील फरीदाबाद के अल-फला मेडिकल कॉलेज में शिक्षक के रूप में कार्यरत थे।
यह बरामदगी धौज गाँव में एक अन्य किराए के मकान से 360 किलोग्राम विस्फोटक और हथियारों के जखीरे की बरामदगी के एक दिन बाद हुई है। पुलिस का मानना है कि यह दोनों स्थान एक ही आतंकी मॉड्यूल से जुड़े हैं, जिसका नेटवर्क जम्मू-कश्मीर, हरियाणा और उत्तर प्रदेश तक फैला हुआ है।
इमाम को हिरासत में लिया गया
सहायक पुलिस आयुक्त (अपराध) वरुण दहिया ने बताया कि पुलिस ने फतेहपुर तागा गाँव में छापा मारकर अमोनियम नाइट्रेट बरामद किया। उन्होंने कहा कि हमें आरोपियों द्वारा किराए पर लिए गए दो घर मिले हैं। अमोनियम नाइट्रेट मौलवी की संपत्ति से बरामद किया गया है। मौलाना इस्ताक से पूछताछ जारी है, लेकिन अभी और जानकारी साझा करना जल्दबाजी होगी।
स्थानीय निवासियों ने बताया कि सोमवार तड़के पुलिस टीम मस्जिद पहुँची और मौलाना इस्ताक को हिरासत में ले लिया। मौलाना की पत्नी ने बताया कि पुलिस इमाम साहब को ले गई है। वह 20 साल से यहाँ सेवा कर रहे हैं। अधिकारियों ने उनका फ़ोन भी ज़ब्त कर लिया है।
आतंकी साजिश में इस्तेमाल की जा रही थी खेप
घटनाक्रम से अवगत अधिकारियों ने बताया कि अमोनियम नाइट्रेट की यह खेप डॉक्टर को उनकी गिरफ्तारी से लगभग 15 दिन पहले भेजी गई थी। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि इसका उद्देश्य आईईडी (Improvised Explosive Device) तैयार कर एक बड़ी आतंकी साजिश को अंजाम देना था।
जांच एजेंसियाँ डॉ. मुज़म्मिल की एक परिचित महिला डॉक्टर की भूमिका की भी जांच कर रही हैं। उनके नाम से पंजीकृत वाहन से एक AK Krinkov राइफल, तीन मैगज़ीन, एक पिस्तौल, ज़िंदा और खाली कारतूस बरामद किए गए थे। महिला डॉक्टर को पूछताछ के लिए जम्मू-कश्मीर ले जाया गया है।
बहु-एजेंसी जांच जारी
फरीदाबाद पुलिस ने इस मामले पर व्यापक टिप्पणी करने से फिलहाल इनकार किया है। अधिकारियों ने बताया कि केंद्रीय एजेंसियों और तीन राज्यों की पुलिस के बीच समन्वित जांच जारी है और नेटवर्क के और सदस्यों की पहचान की जा रही है।



