Bihar Election Results 2025 : नीतीश कुमार का शासन बरकरार रहेगा या तेजस्वी यादव लिखेंगे नई कहानी? नतीजों पर टिकी निगाहें

Bihar Election Results 2025 : बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के नतीजों से पहले राजनीतिक सरगर्मी तेज। क्या नीतीश कुमार की सत्ता बरकरार रहेगी या तेजस्वी यादव सत्ता परिवर्तन की नई कहानी लिखेंगे? पढ़िए पूरी रिपोर्ट।

Bihar Election Results 2025. बिहार की सियासत का सबसे बड़ा सवाल अब सिर्फ कुछ घंटों की दूरी पर है। क्या मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का दो दशक पुराना शासन जारी रहेगा या तेजस्वी यादव अपने नेतृत्व में राजद को पहली बड़ी चुनावी जीत दिलाने में कामयाब होंगे?

राज्य में दो चरणों में संपन्न हुए मतदान के बाद अब पूरे बिहार की निगाहें शुक्रवार को आने वाले विधानसभा चुनाव 2025 के परिणामों पर टिकी हैं।

राजनीतिक समीकरण और पृष्ठभूमि

सत्ता पक्ष की ओर से राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए), जिसमें भाजपा, जदयू और लोजपा (रामविलास) शामिल हैं। एक और कार्यकाल की उम्मीद कर रहा है। वहीं, विपक्षी महागठबंधन (MGB), जिसमें राजद, कांग्रेस और वामपंथी दल*प्रमुख घटक हैं। सत्ता में वापसी का दावा कर रहा है।

उल्लेखनीय है कि 2020 के चुनाव में नीतीश कुमार ने मामूली बहुमत से सरकार बनाई थी, जबकि तेजस्वी यादव के नेतृत्व वाले गठबंधन को लगभग 12,000 वोटों की कमी के कारण हार का सामना करना पड़ा था। इस बार समीकरणों में प्रशांत किशोर (PK) की जन सुराज पार्टी भी एक दिलचस्प फैक्टर के रूप में देखी जा रही है।

रिकॉर्ड मतदान और महिला भागीदारी

राज्य के 38 जिलों में हुए दो चरणों के मतदान में 7.4 करोड़ से अधिक मतदाताओं ने 2,616 उम्मीदवारों का भाग्य तय किया। 67.13 % का ऐतिहासिक मतदान दर्ज किया गया, जो 1951 के बाद अब तक का सबसे अधिक है।

खास बात यह रही कि महिला मतदाताओं ने रिकॉर्ड भागीदारी दिखाई, 71.78% महिलाएँ वोटिंग में शामिल हुईं, जबकि पुरुष मतदाताओं का प्रतिशत 62.98 फीसदी रहा।

मतगणना केंद्रों पर सुरक्षा के कड़े इंतज़ाम

निर्वाचन आयोग ने बताया कि राज्यभर के 38 जिलों में बनाए गए 46 मतगणना केंद्रों पर दो-स्तरीय सुरक्षा व्यवस्था लागू की गई है( भीतरी सुरक्षा घेरा केंद्रीय अर्धसैनिक बलों के जिम्मे है। बाहरी सुरक्षा घेरा राज्य पुलिस संभाले हुए है। ईवीएम और वीवीपैट मशीनों को दोहरी ताले की प्रणाली के तहत सुरक्षित रखा गया है और पूरी प्रक्रिया की वीडियोग्राफी की जा रही है। वरिष्ठ जिला अधिकारियों को निरंतर निगरानी रखने और निरीक्षण बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं।

एग्जिट पोल के रुझान और राजनीतिक बयानबाज़ी

लगभग सभी एग्जिट पोल सर्वेक्षणों में एनडीए की बड़ी जीत का अनुमान लगाया गया है। हालांकि, राजद नेता तेजस्वी यादव ने इन अनुमानों को खारिज करते हुए दावा किया कि महागठबंधन बड़ी बहुमत से सरकार बनाएगा।

तेजस्वी ने कहा कि पार्टी कार्यकर्ता और जनता “मतगणना के दौरान किसी भी असंवैधानिक गतिविधि से निपटने के लिए तैयार हैं।” वहीं, राजद नेता सुनील कुमार सिंह ने चेतावनी दी कि यदि 2020 की तरह मतगणना में गड़बड़ी की कोशिश हुई, तो “सड़कों पर नेपाल जैसी स्थिति” बन सकती है।

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इस पर भाजपा ने कड़ी प्रतिक्रिया दी। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने कहा कि “राजद नेताओं के बयान उनकी हताशा को दर्शाते हैं। जनता ने अपना फैसला ईवीएम में बंद कर दिया है और एक बार फिर एनडीए को सत्ता सौंपने का मन बना लिया है।”

अब सबकी निगाहें शुक्रवार की सुबह मतगणना पर टिकी हैं। क्या नीतीश कुमार बिहार के सबसे लंबे समय तक मुख्यमंत्री रहने का नया रिकॉर्ड बनाएँगे या तेजस्वी यादव सत्ता परिवर्तन की नई पटकथा लिखेंगे, इसका जवाब कुछ ही घंटों में मिल जाएगा।

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