New Delhi: भारतीय उच्चायोग और विदेश मंत्रालय के प्रयासों से बांग्लादेश ने 47 भारतीय मछुआरों को किया रिहा
New Delhi: बांग्लादेश ने इंटरनेशनल मैरीटाइम बाउंड्री लाइन (IMBL) गलती से पार करने पर गिरफ्तार किए गए 47 भारतीय मछुआरों को रिहा कर दिया है। यह रिहाई भारत के विदेश मंत्रालय और ढाका स्थित भारतीय उच्चायोग के त्वरित हस्तक्षेप के बाद संभव हो पाई।
भारत ने भी 38 बांग्लादेशी मछुआरों को किया रिहा
भारतीय सरकार ने भी मानवीय आधार पर समुद्री सीमा गलती से पार करने वाले 38 बांग्लादेशी मछुआरों को उनके जहाजों के साथ रिहा कर दिया। दोनों देशों द्वारा यह कदम मछुआरों के हितों, सुरक्षा और आजीविका को ध्यान में रखते हुए उठाया गया है।
कूटनीतिक हस्तक्षेप से मिली सफलता
विदेश मंत्रालय ने बताया कि बांग्लादेशी नेवी द्वारा भारतीय मछुआरों की गिरफ्तारी के बाद मंत्रालय और भारतीय उच्चायोग ने इस मामले पर संबंधित बांग्लादेशी अधिकारियों से गंभीरता से बात की। इसके बाद दोनों तरफ़ के मछुआरों को रिहा करने की प्रक्रिया तेज हुई। भारत सरकार ने स्पष्ट किया कि भारतीय मछुआरों की सुरक्षा और भलाई उसकी शीर्ष प्राथमिकता है, और इसी उद्देश्य से वह लगातार राजनयिक स्तर पर प्रयास जारी रखती है।
अगस्त में हुई थी गिरफ्तारी
मीडिया रिपोर्टों के अनुसार बांग्लादेशी नेवी ने अगस्त 2025 के पहले सप्ताह में दो चरणों में इन 47 भारतीय मछुआरों को पकड़ा था। साथ ही उनके कई ट्रॉलर भी जब्त किए गए थे। सभी मछुआरे पश्चिम बंगाल के दक्षिण 24 परगना जिले के सुंदरबन क्षेत्र के क्वाकदीप के निवासी हैं। रिहाई के बाद वे अब अपने घरों के लिए रवाना हो चुके हैं।
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पहले भी हो चुकी है अदला-बदली
इससे पहले जनवरी 2025 में भारत सरकार ने 95 भारतीय मछुआरों को रिहा कराने में सफलता पाई थी, जिसके बदले में भारत ने 90 बांग्लादेशी मछुआरों को रिहा किया था।



