स्कूल में लड़कियों को इंप्रेस करने के लिए Vivek Oberoi ने ली थी Sanjay Dutt की मदद, फिर हुआ था कुछ ऐसा…
बॉलीवुड एक्टर विवेक ओबेरॉय ने साल 2002 में राम गोपाल वर्मा की फिल्म ‘कंपनी’ से अपने फिल्मी करियर की शुरुआत की और लगभग दो दशकों से इस फिल्म इंडस्ट्री में जमे हुए हैं. विवेक ने अपने किसी एक इंटरव्यू में बताया था कि कैसे उन्होंने स्कूल में रहते हुए लड़कियों को इंप्रेस किया था. संजय के साथ शूटआउट एट लोखंडवाला में काम कर चुके अभिनेता ने खुलासा किया कि संजय दत्त विवेक के पिता सुरेश ओबेरॉय के साथ एक फिल्म की शूटिंग के लिए अजमेर में थे. तभी उनके पिता को विवेक से मिलने का विचार आया और सुरेश अपने साथ संजय दत्त को भी ले आए.
विवेक आगे बताते हैं, ‘मैं तब हैरान हो गया था जब मेरे पिता ने मुझे स्कूल में आकर सरप्राइज देने का फैसला किया. फिर उसके बाद जब मैंने लंबे बालों वाले संजय दत्त को कार से बाहर निकलते हुए देखा तो मैं हैरान का हैरान रह गया, वो पिताजी के साथ शूटिंग कर रहे थे और मुझसे मिलने के लिए साथ आने का फैसला किया. मैंने बाबा से अनुरोध किया था कि क्या वो मेरे साथ दस मिनट के लिए सड़क के उस पार गर्ल्स स्कूल देखने चले. तब वहां लड़कियां बिल्कुल पागल हो गईं और मैं राजा की तरह महसूस कर रहा था.’
विवेक ओबेरॉय ने बताया, ‘फिर उसके बाद मेरे पिता और संजय दत्त तो चले गए लेकिन मैं स्कूल का मिनी स्टार बन गया था. यहां तक कि एक बार तो मैं स्कूल से चुपके से निकलकर संजय दत्त की फिल्म देखने चला गया था और फिर फंस गया था.’ विवेक ओबेरॉय ने साथिया, युवा, मस्ती और ओमकारा जैसी कई फिल्मों में अभिनय किया है.