Air India accident: क्या जांच में कुछ छुपाया गया? एयर इंडिया क्रैश की अधूरी कहानी

Air India accident: अहमदाबाद में एयर इंडिया के बोइंग 787 विमान क्रैश में 260 यात्रियों की मौत ने पूरे देश को झकझोर दिया। अब एयरक्राफ्ट एक्सीडेंट इन्वेस्टीगेशन ब्यूरो (AAIB) की शुरुआती रिपोर्ट सामने आई है, लेकिन इसने जितने जवाब दिए, उससे कहीं ज्यादा सवाल अधूरे छोड़ दिए।

फ्यूल स्विच खुद से हिले – पर क्यों?

रिपोर्ट के मुताबिक, विमान के फ्यूल स्विच खुद से कुछ सेकंड के लिए हिल गए। लेकिन यह स्पष्ट नहीं किया गया कि ऐसा क्यों हुआ। न पायलट की गलती मानी गई, न तकनीकी खराबी की पुष्टि हुई, न साजिश का संकेत मिला।

कॉकपिट की अधूरी बातचीत

कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर (CVR) से सिर्फ एक पंक्ति शेयर की गई:
पायलट: “तुमने स्विच क्यों बंद किया?”
जवाब: “मैंने नहीं किया।”
यह नहीं बताया गया कि यह संवाद किसने किससे कहा।

FAA की चेतावनी और बोइंग की भूमिका

FAA ने 2018 में चेतावनी दी थी कि 787 के फ्यूल स्विच अपने आप हिल सकते हैं। इसके बावजूद कोई अनिवार्य सुधार नहीं किया गया। AAIB की रिपोर्ट में बोइंग पर कोई कार्रवाई की आवश्यकता नहीं बताई गई। कुछ ही देर में बोइंग ने सभी ऑपरेटर्स को सूचना दी कि कोई सिस्टम फेल नहीं माना गया है।

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जांच की नई दिशा और सवाल

DGCA अब CVR और DFDR के पूरे डेटा की मांग कर रहा है। फ्यूल स्विच रीसेट के बाद 10 सेकंड के अंतराल में क्या हुआ, यह जांच का फोकस बन गया है। रिपोर्ट में टाइपो (FADEC को FADAC कहा गया) ने गंभीर लापरवाही की ओर इशारा किया।

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