Bijnor News-स्वच्छ मनोरंजन वही जिसका आनंद तीन पीढ़ी एक साथ ले सके : हेमंत पांडे
Bijnor News- नगर पालिका बिजनौर द्वारा जिला कृषि औद्योगिक एवं सांस्कृतिक प्रदर्शनी में सामाजिक व सांस्कृतिक संस्था निर्मल फाउंडेशन के सहयोग से आयोजित कार्यक्रम ‘हास्योत्सव’ दर्शकों के मन पर अपनी अमिट छाप छोड़ गया। कार्यक्रम देर रात तक चला और लोगों को हंसाता-गुदगुदाता रहा।
कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्य अतिथि सांसद चंदन चौहान बिजनौर लोकसभा, विशिष्ट अतिथि डॉ. बीरबल सिंह क्षेत्रीय संयोजक, सहकारिता प्रकोष्ठ भाजपा उत्तर प्रदेश, सम्मानित अतिथि नगर पालिका अध्यक्षता श्रीमती इंदिरा सिंह , अधिशासी अधिकारी विकास कुमार, प्रसिद्ध फिल्म कलाकार हेमंत पांडे, निर्देशक नारायण चौहान व दीप अंजुम ने मां सरस्वती और भगवान नटेश्वर की प्रतिमा के सम्मुख दीप प्रज्जवलन करके किया। उसके उपरांत कार्यक्रम संयोजक आशीष अग्रवाल, सुधीर अग्रवाल अध्यक्ष श्रीमती शानू जिंघला, मोहम्मद शारिक, तुषार चौधरी व राजा जिंघला आदि ने अतिथियों का स्वागत अंगवस्त्र और प्रतीक चिन्ह प्रदान कर किया।
इसके बाद दौर शुरू हुआ नाटक, कविता, मिमिक्री, वार्तालाप का। सबसे पहले नारायण चौहान और दीप अंजुम द्वारा निर्देशित नाटक ‘अंधेर नगरी’ का मंचन किया गया। 144 साल पहले लिखे गए इस नाटक ने अपने तीखे व्यंग्य और सामाजिक कटाक्ष से सबका मन मोह लिया। भारतेंदु हरिश्चंद्र की इस क्लासिक प्रस्तुति में सत्ता, भ्रष्टाचार और अराजकता का चित्रण जब मंच पर जीवंत हुआ तो दर्शक हँसी और सोच—दोनों में डूब गए। इसमें मुख्य भूमिका में एनएसडी स्नातक ऐनी भारद्वाज रही।
इसके बाद कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण रहे प्रसिद्ध फिल्म व टीवी हास्य कलाकार हेमंत पांडे ने मंच संभाला और अपने अलग अंदाज में कार्यक्रम को अलग ऊंचाई प्रदान की। जहां एक ओर उन्होंने अपनी फिल्मों व सीरियल के हास्य डायलॉग सुनाएं, अभिनय किया वहीं दूसरी और उन्होंने दर्शकों के सवालों के जवाब दिए। सभी लोगों ने बड़े उत्साह से उनके जीवन के बारे में, उनकी फिल्मों के बारे में उनसे सवाल पूछे। एक सवाल के जवाब में पांडे जी ने कहा कि स्वस्थ मनोरंजन वही होता है जिसका आनंद तीन पीढ़ी एक साथ ले सके। आज कॉमेडी के नाम पर फूहड़ता और अश्लीलता परोसी जा रही है, वह उसके पक्ष में नहीं है।
कार्यक्रम की दूसरी दमदार नाट्य प्रस्तुति थी ‘फसादे इश्क’ जिसमें मुख्य भूमिका और निर्देशन किया था एनएसडी स्नातक शिव प्रतीक ने। मोलिएर के प्रसिद्ध नाटक ‘द माइज़र’ के इस हिंदुस्तानी रूपांतरण ने दर्शकों को न केवल गुदगुदाया बल्कि समाज की उस सच्चाई से भी रूबरू कराया जिसमें लालच, पाखंड और मोहब्बत आपस में टकराते हैं। स्थानीय कलाकार धर्मवीर की मिमिक्री और प्रसिद्ध हास्य कवि हुक्का बिजनौरी के हंसगुल्ले ने लोगों को खूब हंसाया। निर्मल फ़ाउंडेशन, रंग आश्रम व नटेश्वर आर्ट द्वारा प्रस्तुत इन नाटकों में मनीषा, रवि, सैम, सिद्धांत, दिव्यांशी, हर्षल, सृजन, इशिता, ऐनि, अभिषेक ने दमदार अभिनय किया। साथ ही सुशील शर्मा, नरेंद्र शिखर, अनुराग शर्मा, मो. शान, मनोरंजन शर्मा, ऐश्वर्य, ईशिका आदि ने सहयोग किया।
कार्यक्रम के अंत में मुख्य अतिथि चंदन चौहान, डॉ. बीरबल सिंह, श्रीमती इंदिरा सिंह, विकास कुमार अधिशासी अधिकारी आदि ने हेमंत पांडे, नारायण चौहान, शिव प्रतीक व दीप अंजुम व सभी कलाकारों को प्रतीक चिह्न और अंग वस्त्र प्रदान कर सम्मानित किया। कार्यक्रम का सफल संचालन निर्मल फाउंडेशन के अध्यक्ष दीप अंजुम ने किया।
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