Captain Gill’s first roar: टीम इंडिया की पहचान बनेगी स्पष्टता और आत्मविश्वास

Captain Gill’s first roar: भारतीय क्रिकेट टीम के नए टेस्ट कप्तान शुभमन गिल ने गुरुवार को अपनी पहली प्रेस कॉन्फ्रेंस में अपने नेतृत्व की दिशा और दृष्टिकोण को लेकर स्पष्टता और आत्मविश्वास के साथ बात की। महज़ 25 वर्ष की उम्र में कप्तानी संभालने जा रहे गिल इंग्लैंड के खिलाफ आगामी पांच टेस्ट मैचों की घरेलू सीरीज़ से अपने नए सफर की शुरुआत करेंगे। उनका लक्ष्य है — खिलाड़ियों के बीच विश्वास, पारदर्शिता और संवाद की एक मजबूत संस्कृति तैयार करना।

“स्टाइल नहीं, समझ जरूरी है”
मीडिया से बातचीत में गिल ने कहा, “मेरे पास कोई तय कप्तानी शैली नहीं है। जैसे-जैसे आप खेलते हैं, आपका खुद का तरीका सामने आता है। मेरे लिए सबसे जरूरी है कि खिलाड़ी खुद को सुरक्षित और सहज महसूस करें। जब ऐसा होता है, तभी वे अपने प्रदर्शन में निखार ला पाते हैं।”

गिल ने पूर्व कप्तान रोहित शर्मा की तारीफ करते हुए कहा, “रोहित भाई की सबसे बड़ी खूबी उनकी स्पष्टता थी। वे खिलाड़ियों से साफ़ और सीधा संवाद करते थे — मैं भी इसी को अपनाना चाहता हूं।”

नई जिम्मेदारी, नई चुनौती
भारतीय टीम हाल ही में न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया से टेस्ट सीरीज़ हारकर वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप की दौड़ से बाहर हो चुकी है। ऐसे में गिल को एक ऐसे मोड़ पर टीम की कमान मिली है, जहां आत्ममंथन के साथ-साथ पुनर्निर्माण की भी जरूरत है।

गिल ने कहा, “हर सीरीज़ अपने साथ दबाव लेकर आती है। लेकिन हमारे पास युवाओं का जोश और सीनियर्स का अनुभव — दोनों का अच्छा मिश्रण है। हम इसे एक नई शुरुआत के रूप में देख रहे हैं और पूरी तरह तैयार हैं।”

सबसे युवा नेताओं में शामिल
गिल भारत के पांचवें सबसे युवा टेस्ट कप्तान बने हैं। वे 1988 में एकमात्र टेस्ट के लिए कप्तानी करने वाले रवि शास्त्री के बाद सबसे कम उम्र के भारतीय टेस्ट लीडर हैं।

टीम संयोजन को लेकर गिल ने कहा, “बल्लेबाज़ी क्रम अभी तय नहीं है। हम 10 दिन का कैंप करेंगे और 13 से 16 जून के बीच इंट्रा-स्क्वॉड मैच भी खेला जाएगा, जिसके बाद अंतिम क्रम पर निर्णय लिया जाएगा।”

नई प्रतिभाओं को मौका
18 सदस्यीय स्क्वॉड में बी. साई सुधर्शन को पहली बार टेस्ट टीम में जगह मिली है, जबकि करुण नायर आठ वर्षों के लंबे अंतराल के बाद वापसी कर रहे हैं। अभिमन्यु ईश्वरन को टीम में बरकरार रखा गया है। ऑलराउंडर के रूप में नितीश रेड्डी, वॉशिंगटन सुंदर, शार्दुल ठाकुर और रवींद्र जडेजा टीम का हिस्सा हैं।

गंभीर की स्पष्ट राय – “20 विकेट ज़रूरी”
टीम के नए हेड कोच गौतम गंभीर ने तेज गेंदबाज़ी आक्रमण की अहमियत पर जोर देते हुए कहा, “टेस्ट जीतने के लिए 20 विकेट लेना अनिवार्य है। चाहे बल्लेबाज़ कितना भी रन बना लें, अगर हम 20 विकेट नहीं ले पाए, तो जीत संभव नहीं।”

‘बाज़बॉल’ के सामने भारतीय सोच
इंग्लैंड की आक्रामक ‘बाज़बॉल’ शैली के संदर्भ में गिल ने कहा, “वे एक अलग अंदाज़ में खेलते हैं, लेकिन हमारे लिए यह एक बड़ा अवसर है। अगर हम योजनाओं पर मजबूती से अमल करें और प्रोऐक्टिव रहें, तो उन्हें दबाव में ला सकते हैं।”

नए युग की शुरुआत
एकदिवसीय और टी20 में भारत की नंबर 1 रैंकिंग बरकरार है, लेकिन टेस्ट क्रिकेट में टीम एक बदलाव के दौर से गुजर रही है। गिल के पास यह मौका है कि वे केवल खुद को एक सफल कप्तान के रूप में साबित न करें, बल्कि टीम को दोबारा वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल की दौड़ में भी वापस लेकर जाएं।

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अगर सब कुछ योजना के अनुसार चला, तो अगले WTC फाइनल तक शुभमन गिल 27 वर्ष के होंगे — और ये दो साल उनकी नेतृत्व क्षमता की असली कसौटी साबित होंगे।

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