Free garbage pickup: डोर टू डोर कूड़ा उठाने की व्यवस्था में झोल, वसूली पर जोर
घरों से कूड़ा उठाने की निःशुल्क व्यवस्था होनी जरूरी
Free garbage pickup:नगर निगम द्वारा घर-घर से कूड़ा उठाने की जो डोर टू डोर सेवा शुरू की गई थी, उसमें अब कई खामियां सामने आ रही हैं। सेवा की गुणवत्ता को बेहतर बनाने की बजाय अब निगम वसूली पर अधिक ध्यान दे रहा है। स्थानीय निवासियों का कहना है कि उनसे अनियमित रूप से शुल्क वसूला जा रहा है, जबकि यह सेवा निःशुल्क होनी चाहिए।
कई क्षेत्रों में कूड़ा उठाने वाले वाहन समय पर नहीं आते, जिससे लोग परेशान हैं। साथ ही कुछ इलाकों में तो सफाईकर्मी मनमाने ढंग से पैसा मांगते हैं और न देने पर सेवा रोक देने की धमकी देते हैं। इससे साफ है कि व्यवस्था में पारदर्शिता की कमी है।
नगरवासियों का कहना है कि सफाई एक बुनियादी सुविधा है, और सरकार को इसे निःशुल्क उपलब्ध कराना चाहिए। यदि शुल्क लिया भी जाए, तो वह पारदर्शी और नियमबद्ध तरीके से होना चाहिए। मनमानी वसूली न केवल जनता के साथ अन्याय है, बल्कि स्वच्छता अभियान की भावना के भी खिलाफ है।
निवेदन: प्रशासन से मांग की जा रही है कि वह इस व्यवस्था की समीक्षा करे, दोषियों पर कार्रवाई करे, और सुनिश्चित करे कि हर नागरिक को यह सेवा बिना किसी भेदभाव के, निःशुल्क या स्पष्ट शुल्क निर्धारण के साथ प्राप्त हो।
रिपोर्ट—घनश्याम शुक्ला