भारत ने आपदा की मार झेल रहे जमैका और क्यूबा को भेजी राहत
हाल ही में एक मानवीय पहल के तहत, भारत ने जमैका और क्यूबा को राहत सहायता भेजी है, जो दोनों ही तूफान मेलिसा के विनाशकारी प्रभावों से जूझ रहे हैं।
New Delhi. संकट के समय राष्ट्रों की सहायता के लिए सबसे पहले आगे आने के अपने मिशन पर कायम रहते हुए, भारत सरकार ने एक बार फिर जरूरतमंद देशों की मदद के लिए हाथ बढ़ाया है।
हाल ही में एक मानवीय पहल के तहत, भारत ने जमैका और क्यूबा को राहत सहायता भेजी है, जो दोनों ही तूफान मेलिसा के विनाशकारी प्रभावों से जूझ रहे हैं। विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट के जरिए इस बात की पुष्टि की।
डॉ. जयशंकर ने अपनी पोस्ट में कहा तूफ़ान मेलिसा के बाद जमैका और क्यूबा के लिए 20-20 टन एचएडीआर राहत सामग्री भेजी गई। आरोग्य मैत्री भीष्म क्यूब, पुनर्वास सहायता सामग्री, खाद्य एवं दैनिक उपयोगिता सामग्री, दवाइयां, चिकित्सा उपकरण, बिजली जनरेटर, आश्रय सहायता और स्वच्छता किट सहित सहायता सामग्री लेकर भारतीय वायुसेना का एक विमान नई दिल्ली से रवाना हुआ।
विदेश मंत्री ने विकासशील देशों के प्रति भारत की स्थायी प्रतिबद्धता पर जोर देते हुए कहा भारत ऐसी प्राकृतिक आपदाओं के समय अपने वैश्विक दक्षिण सहयोगियों के साथ खड़ा है और अपने मित्रों को उनके पुनर्वास और पुनर्निर्माण में सहायता प्रदान करेगा।
उनके शब्द भारत की विदेश नीति के व्यापक दृष्टिकोण को दर्शाते हैं- जो मानवीय संकटों के दौरान एकजुटता, साझेदारी और समय पर सहायता पर आधारित है।
वैश्विक सहयोगी के रूप में भारत की प्रतिष्ठा
यह नवीनतम पहल, विशेष रूप से वैश्विक दक्षिण के देशों के लिए एक विश्वसनीय और संवेदनशील वैश्विक सहयोगी के रूप में भारत की प्रतिष्ठा को पुष्ट करती है। यह पहल बल्ख, समांगन और बगलान प्रांतों में आए विनाशकारी भूकंप के बाद, अफगानिस्तान में एक और सहायता मिशन के तुरंत बाद शुरू की गई है।
इस अपडेट को साझा करते हुए, विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा अफगान लोगों के प्रति अपने समर्थन की पुष्टि करते हुए, भारत भूकंप से प्रभावित परिवारों के लिए खाद्य सामग्री पहुंचा रहा है।
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ये निरंतर प्रयास एक ऐसे राष्ट्र के रूप में भारत की बढ़ती भूमिका को रेखांकित करते हैं, जो न केवल सहयोग की बात करता है, बल्कि जरूरत के समय निर्णायक रूप से कार्य भी करता है।
(रिपोर्ट. शाश्वत तिवारी)



