Kaushambhi news: नगर पंचायत सिराथू में विकास के दावों की पोल खुली, करोड़ों खर्च के बाद भी दुर्दशा कायम
Kaushambhi news: उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा नगर पंचायत सिराथू के विकास के लिए करोड़ों रुपये खर्च किए जाने के बावजूद, यहां के निवासियों को मूलभूत सुविधाओं की कमी और अव्यवस्था का सामना करना पड़ रहा है। विकास के नाम पर कागजों में करोड़ों का हिसाब तो दिखाया जा रहा है, लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही बयां करती है।
सड़कों पर मवेशियों का कब्जा और गंदगी का अंबार
नगर पंचायत सिराथू के सभी 12 वार्डों में सड़कों की हालत बेहद खराब है। सड़कें कीचड़ और गंदगी से भरी हुई हैं, वहीं ज्यादातर सड़कें मवेशियों का तबेला बन गई हैं। दिन-रात सड़कों पर मवेशी बंधे रहते हैं, जिससे लोगों को आने-जाने में भारी परेशानी होती है। यह स्थिति सरकारी मुलाजिमों की लापरवाही को उजागर करती है, जो इस समस्या को नजरअंदाज कर रहे हैं।
निर्माण कार्यों में घटिया गुणवत्ता
नगर पंचायत में कराए जा रहे निर्माण कार्य भी घटिया गुणवत्ता के कारण समय से पहले ही खराब हो रहे हैं। आरोप है कि विकास कार्यों की गुणवत्ता की जांच करने वाले अधिकारी मौन हैं और केवल वसूली में लगे हुए हैं। अध्यक्ष, अधिशासी अधिकारी और अवर अभियंता पर भ्रष्टाचार के आरोप लग रहे हैं, जिससे सरकारी खजाने का दुरुपयोग हो रहा है।
सफाई व्यवस्था पर सवाल
साफ-सफाई के नाम पर हर महीने लाखों रुपये खर्च होने के दावे किए जा रहे हैं, लेकिन नगर में जगह-जगह गंदगी का अंबार लगा हुआ है। अगर नियमित सफाई हो रही होती, तो सड़कों पर मवेशियों का कब्जा और गंदगी दिखाई नहीं देती। कुछ वार्डों में मवेशियों के बंधे होने के वीडियो भी वायरल हुए हैं, जिससे जिम्मेदार अधिकारियों पर सवाल उठ रहे हैं।
Kaushambhi news: also read- Gold Silver Rate: सर्राफा बाजार में तेजी, सोने और चांदी की कीमतों में बढ़ोतरी
उच्च स्तरीय जांच की मांग
निवासियों और स्थानीय लोगों का मानना है कि नगर पंचायत सिराथू में पिछले कुछ वर्षों में हुए विकास कार्यों की अगर उच्च स्तरीय जांच कराई जाए, तो कई बड़े घोटाले सामने आ सकते हैं। सरकार की छवि धूमिल करने के आरोपों के बीच, यह जरूरी है कि इस मामले की गंभीरता से जांच हो और दोषियों पर कार्रवाई की जाए।