Kaushambhi news: आखिर कौन कर रहा है मंदिर, मस्जिद और घरों में लगे राष्ट्रीय ध्वज का अपमान
Kaushambhi news: कौशाम्बी जिले में राष्ट्रीय ध्वज के अपमान के कई मामले पुलिस ने दर्ज कर लिए है,पुलिस राष्ट्रीय ध्वज के अपमान का मामला दर्ज कर उन पर कार्रवाई भी कर रही है,लेकिन सोचने वाली बात तो यह है कि राष्ट्रीय ध्वज का अपमान हुआ कैसे,कौन कर रहा है, क्यों कर रहा है?
भारतीय जनता पार्टी ने अगस्त में एक अभियान चलाया था, यह ‘हर घर तिरंगा’ एक अभियान था जो आज़ादी का अमृत महोत्सव के तत्वावधान में लोगों को तिरंगा घर लगाने और भारत की आज़ादी के प्रतीक के रूप में इसे फहराने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए शुरू किया गया था। वहीं भाजपा के नेताओं, कार्यकर्ताओं और नगर निकायों ने हर घर पर तिरंगा बांट दिया और बिजली के खंभों,पेड़ो सहित तमाम स्थानों पर लगा दिया गया,जब तिरंगा लगाया गया है तो फहराने की कोई बात ही सामने नहीं आती,अब बात करे तो यदि किसी सरकारी भवनों में राष्ट्रीय ध्वज फहराया गया है और वहां तिरंगे का अपमान होता है तो राष्ट्रद्रोह का मामला दर्ज किया जाना स्वाभाविक है,लेकिन यही हर घर तिरंगा अभियान के तहत लगाए गए तिरंगे को यदि राष्ट्रीय ध्वज का अपमान माना जा रहा है तो यह अपमान हो कैसे रहा है। यही बात करे तो हर घर तिरंगा अभियान एक सरकारी पहल था जिसका उद्देश्य नागरिकों को 13 से 15 अगस्त तक अपने घरों पर भारतीय राष्ट्रीय ध्वज फहराने के लिए प्रेरित करना था, ताकि देशभक्ति की भावना को बढ़ावा दिया जा सके और स्वतंत्रता के प्रतीकों से नागरिकों का व्यक्तिगत जुड़ाव बढ़ाया जा सके। यह आजादी का अमृत महोत्सव के तत्वावधान में शुरू किया गया था,लेकिन जब तिरंगा झंडा फहराया नहीं बांटा गया है तो तिरंगे का अपमान कैसे।
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इस सम्बन्ध में जब भाजपा जिलाध्यक्ष धर्मराज मौर्य से बात की गई तो उन्होंने बताया कि पार्टी द्वारा आयोजित आजादी के अमृत महोत्सव एवं हर घर तिरंगा अभियान के तहत लोगो को वितरित किए गए तिरंगे झंडे को कार्यक्रम के बाद उतारकर सुरक्षित रखने के लिए अपील भी की गई थी,यदि किसी ने अभी तक तिरंगे झंडे को सुरक्षित उतारकर रखा नहीं है तो उनसे अपील है कि ऐसे लोग घरों,मंदिरों और मस्जिदों पर लगाए गए तिरंगे झंडे को सुरक्षित उतारकर रख ले,जिससे कि राष्ट्रीय ध्वज का अपमान नहीं होने पाए और वह पुलिस की कार्रवाई से बचे रहे। इस सम्बन्ध में जब एसपी राजेश कुमार से बात की गई तो उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय ध्वज का अपमान कोई भी और कैसे भी करेगा उसके खिलाफ राष्ट्रीय ध्वज के अपमान का मामला दर्ज किया जाएगा,राष्ट्रीय ध्वज को सबसे ऊपर ही लगाया जाना चाहिए,यदि कोई व्यक्ति धार्मिक अथवा अन्य किसी भी झंडे से नीचे राष्ट्रध्वज को लगाएगा तो उस पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि जनपद में अभी तक राष्ट्रीय ध्वज के अपमान के पांच मामले दर्ज किए जा चुके है, उन्होंने लोगो से अपील की है कि जिनके घरों पर भी राष्ट्रीय ध्वज लगे है कृपया वह ससम्मान उतारकर सुरक्षित रख ले,जिससे कि किसी भी प्रकार से राष्ट्रीय ध्वज का अपमान न हो। भारत सरकार द्वारा राष्ट्रीय गौरव अपमान निवारण अधिनियम, 1971 लागू किया गया है। इस अधिनियम का उद्देश्य हमारे राष्ट्रीय प्रतीकों-जैसे कि राष्ट्रध्वज, संविधान, राष्ट्रगान, राष्ट्रीय प्रतीक चिह्न एवं अन्य गौरवशाली प्रतीकों की मर्यादा बनाए रखना है।