Kolkata-महिलाओं की सुरक्षा के लिए नवान्न ने जारी किए 17 दिशा-निर्देश, संभव हो तो महिलाओं को नाइट ड्यूटी से राहत देने पर जोर
Kolkata-आरजी कर अस्पताल की घटना के बाद पश्चिम बंगाल सरकार ने कार्यस्थलों पर महिलाओं की सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए 17 दिशा-निर्देश जारी किए हैं। शनिवार को नवान्न में आयोजित एक उच्चस्तरीय बैठक में यह फैसला लिया गया। इस बैठक में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के साथ राज्य के मुख्य सचिव, गृह सचिव, राज्य पुलिस के डीजी, स्वास्थ्य सचिव, कोलकाता पुलिस कमिश्नर और अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के मुख्य सलाहकार अलापन बंद्योपाध्याय ने बैठक में महिलाओं की सुरक्षा के लिए प्रमुख 10 और अतिरिक्त सात दिशा-निर्देश, कुल मिलाकर 17 निर्देशों की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि जहां संभव हो, महिलाओं को नाइट शिफ्ट से राहत देने की कोशिश की जाएगी।
राज्य सरकार ने सरकारी और निजी अस्पतालों में रात की शिफ्ट में काम करने वाली महिलाओं की सुरक्षा के लिए ‘रात्तिर के साथी’ नामक एक मोबाइल ऐप लॉन्च करने की घोषणा की है। इस ऐप के माध्यम से महिलाएं नजदीकी थाने से तुरंत संपर्क कर सकेंगी। इसके अलावा, पुलिस और निजी सुरक्षा एजेंसियों की मदद से एक विशेष सुरक्षा बल का गठन भी किया जाएगा, जिसका मुख्य कार्य रात में महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करना होगा।
सरकारी मेडिकल कॉलेजों और अस्पतालों में सुरक्षा बढ़ाने पर जोर दिया गया है। सभी अस्पतालों में महिलाओं के लिए अलग विश्राम कक्ष, शौचालय और प्रत्येक मंजिल पर पानी की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं। आरजी कर अस्पताल की घटना के बाद यह सवाल उठ रहा है कि आरोपित सिविक वोलंटियर रात में चार मंजिला इमारत के सेमिनार रूम में कैसे घुसा। इस संदर्भ में, सभी अस्पतालों में कर्मचारियों के लिए पहचान पत्र पहनना अनिवार्य कर दिया गया है।
इसके अलावा, राज्य सरकार ने स्पष्ट कर दिया है कि किसी भी परिस्थिति में महिला डॉक्टरों से 12 घंटे से अधिक काम नहीं करवाया जाएगा। सरकारी संस्थानों के साथ-साथ निजी संस्थानों को भी इन दिशा-निर्देशों का पालन करने के लिए कहा गया है। साथ ही, ‘विशाखा कमेटी’ को भी सक्रिय करने की बात कही गई है।
मुख्य सलाहकार अलापन बंद्योपाध्याय ने कहा, “जहां संभव हो, महिलाओं को रात की शिफ्ट से राहत देने की कोशिश की जानी चाहिए।”