Manjhanpur- तीन वर्ष से एडीओ पंचायत का इंतजार कर रही खाली कुर्सी अफसरों के वसूली के खेल में शासकीय फरमान बेअसर, सेक्रेटरियों को सौपा चार्ज
Manjhanpur- दोआबा में अफसरों के वसूली के खेल में शासकीय फरमान भी बेअसर दिख रहा है। शासकीय फरमान को नजर अंदाज कर तीन वर्षो से दो सेक्रेटरियों (ग्राम सचिव) को एडीओ पंचायत का चार्ज देकर तैनात किया गया है। साथ ही आधा दर्जन ग्राम पंचायत का चार्ज भी सेक्रेटरी को उपहार में दिया गया है। इससे विकास कार्य गुणवत्तापूर्ण नहीं हो रहें है। साथ ही ग्राम पंचायतों की जांच में भी खेल हो रहा है।
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सरसवां व मूरतगंज ब्लाक में पिछले लगभग तीन वर्ष से एडीओ पंचायत की तैनाती न होने से कुर्सी खाली पड़ी हुई है। आरोप है कि शासकीय फरमान को नजर अंदाज कर दोनों ब्लाक में सेक्रेटरियों (ग्राम पंचायत सचिव) को चार्ज सौंप दिया गया है। सरसवां ब्लाक में सीनियर ग्राम पंचायत सचिव को छोड़कर जूनियर ग्राम पंचायत अधिकारी मर्तदंड सिंह को चार्ज सौपा गया है। इसी तरह मूरतगंज ब्लाक में मैकू लाल को एडीओ पंचायत का चार्ज दिया गया है। सूत्रों का कहना है कि आयुक्त ग्राम विकास ने पत्र जारी कर किसी भी दशा में सेक्रेटिरियों को एडीओ का चार्ज देने में रोक लगा रखी है। साथ ही एडीओ पंचायत की तैनाती न होने पर एडीओ आईएसबी, एडीओ सामज कल्याण व एडीओ कोपरेटिव को एडीओ पंचायत का चार्ज सौंपने का निर्देश दिया हुआ है। इसके बावजूद भी अफसरों ने अपने चाहेते सेक्रेटरियों को ग्राम पंचायत के साथ एडीओ का चार्ज सौपा दिया है। दोनों सेक्रेटरियों के पास लगभग आधा-आधा दर्जन ग्राम पंचायतों का भी चार्ज है। इसके बावजूद दोनों चाहेते सेक्रेटरियों को एडीओ पंचायत का चार्ज सौप गया है। आरोप है कि ग्राम पंचायत में अधिकांश कार्याे की जांच एडीओ पंचायत ही करते है। ऐसे में सेक्रेटरी के पास एडीओ का चार्ज होने से मनमानी रिपोर्ट लगाई जाती है। इसके अलावा नार्मल कार्य के लिए भी ग्रामीणों को ब्लाक का चक्कर काटना पड़ रहा है।