New Delhi- कांग्रेस ने डॉक्टर-इंजीनियर बनाने का दावा करने वाले कोंचिग सेटरों को लेकर सरकार पर निशाना साधा
New Delhi- कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार ने देश में डॉक्टर-इंजीनियर बनाने का दावा करने वाले कोंचिग सेंटरों द्वारा मोटी रकम वसूलने के बाद अचानक बंद होने पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि इसके कारण विद्यार्थियों की आत्महत्या दर में वृद्धि हुई है। उन्होंने दावा किया कि देश में आज किसानों से भी अधिक युवा आत्महत्या कर रहे हैं।
कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार ने शनिवार को संवाददाता सम्मेलन में कहा कि सरकार देश में शिक्षण संस्थानों का स्तर गिरा रही है। यह जानबूझकर निजी कोचिंग सेंटरों की मदद करने के लिए किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि शिक्षा बाजार या मुनाफे की वस्तु नहीं हैं। सरकारी स्कूलों की पढ़ाई का स्तर गिरने की वजह से निजी संस्थानों की देश में बाढ़ आ गई है। शिक्षा को बेचने का काम हो रहा है। कोंचिग सेंटर विद्यार्थियों से कोर्स के लिए मोटी फीस लेकर अचानक बंद हो रहे हैं। इससे विद्यार्थियों का भविष्य खतरे में पड़ रहा है। सरकार को ऐसे कोंचिग सेंटरों पर कार्रवाई करनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि सौ सीट के लिए एक करोड़ विद्यार्थी परीक्षा दे रहे हैं। रोजगार दिलाने के नाम पर कोंचिग सेंटर बनाए जा रहे हैं। उन्होंने दावा किया कि 45 सालों में देश में सबसे ज्याद बेरोजगारी है। पीएचडी करके भी लोगों को नौकरी नहीं मिल रही है। सरकार और बाजार व्यवस्था के बीच देश का भविष्य पिस रहा है।
कन्हैया कुमार ने सरकार से सरकारी संस्थानों को बेहतर करने, कोंचिग सेंटरों को कोर्स पूरा करने और सरकारी विभागों में खाली पदों को जल्द भरने की मांग की है।
उन्होंने दावा किया कि हर घंटे देश में दो विद्यार्थी आत्महत्या कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि किसान आत्महत्या से ज्यादा आज नौजवान आत्महत्या कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार किसानों की आत्महत्या के लिए सरकारी तंत्र जिम्मेदार है, उसी तरह नौजवानों की आत्महत्या के लिए भी सरकारी तंत्र जिम्मेदार है।