New Delhi: असम और बंगाल से भूटान के लिए चलेंगी ट्रेन, व्यापार-पर्यटन को लगेंगे पंख

New Delhi: भारत और भूटान जल्द ही इतिहास रचने जा रहे हैं। दोनों देशों के बीच रेलवे संपर्क स्थापित करने के लिए एक अंतर-सरकारी समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए हैं। समझौते के तहत दोनों देशों के बीच पहली रेल लाइन बिछाई जाएगी, जो असम के कोकराझार जिले को भूटान के गेलफू शहर से जोड़ेगी। इसके अलावा बनारहाट-समत्से लाइन पर भी काम होगा, जो कि पश्चिम बंगाल को भूटान से जोड़ेगी। यह कदम भारत की ‘पड़ोसी प्रथम’ नीति को मजबूत करने के साथ ही व्यापार, पर्यटन और लोगों के बीच आपसी जुड़ाव को बढ़ाने में अहम भूमिका निभाएगा।

भूटान के विदेश सचिव ओम पेमा चोडेन भारत दौरे पर हैं और उन्होंने अपने भारतीय समकक्ष विक्रम मिसरी और रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के साथ सोमवार को इन प्रोजेक्ट्स को अंतिम रूप दिया। विदेश मंत्रालय ने कहा इस दौरान विदेश सचिवों ने द्विपक्षीय वार्ताओं के संपूर्ण परिदृश्य की समीक्षा की और सहयोग के सभी प्रमुख क्षेत्रों में हुई प्रगति पर ध्यान दिया। विशेष रूप से, उन्होंने 1020 मेगावाट की पुनात्सांगछू-II जलविद्युत परियोजना की सभी छह इकाइयों के सफलतापूर्वक चालू होने का स्वागत किया, जो ऊर्जा साझेदारी पर भारत-भूटान संयुक्त दृष्टिकोण को साकार करने में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है।

विदेश मंत्रालय ने 29 सितंबर को एक बयान में कहा भारत और भूटान इस समझौता ज्ञापन में कोकराझार और गेलेफू तथा बनारहाट और समत्से को जोड़ने वाले पहले सीमा-पार रेल संपर्क की स्थापना की परिकल्पना की गई है। ये परियोजनाएं दोनों देशों के बीच संपर्क बढ़ाने के हमारे व्यापक प्रयासों का हिस्सा हैं और इससे आर्थिक एवं लोगों के बीच संबंध मजबूत होंगे।

एक आधिकारिक बयान के अनुसार, इन परियोजनाओं में 4033 करोड़ रुपये के निवेश की योजना है, जिसके तहत कुल 89 किलोमीटर का रेलवे नेटवर्क तैयार होगा। प्रोजेक्ट के वित्तीय पक्ष की बात करें तो रेल मंत्रालय भारतीय पक्ष के कार्यों के लिए निवेश करेगा, जबकि भारत सरकार, विदेश मंत्रालय के माध्यम से भूटान की 13वीं पंचवर्षीय योजना के तहत भूटानी हिस्से का समर्थन करेगी। भारत भूटान का प्रमुख व्यापारिक साझेदार है और ये रेल परियोजनाएं संतुलित क्षेत्रीय विकास को बढ़ावा देते हुए आर्थिक संबंधों को और मजबूत करेंगी।

वहीं दूसरी ओर भूटान में भारतीय राजदूत संदीप आर्य ने भूटानी प्रधानमंत्री दाशो शेरिंग तोबगे से मुलाकात की और नए प्रोजेक्ट्स के संचालन पर चर्चा की। थिम्पू स्थित भारतीय दूतावास ने 30 सितंबर को सोशल मीडिया मंच एक्स पर लिखा हम भारत और भूटान के बीच विशेष मित्रता और सहयोग को मजबूत करने तथा हमारे बीच चल रही विभिन्न पहलों और सहयोगात्मक परियोजनाओं को आगे बढ़ाने के लिए उनके गर्मजोशी भरे और स्नेहपूर्ण समर्थन की सराहना करते हैं।

(रिपोर्ट. शाश्वत तिवारी)

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