प्रतापगढ़: ब्लाक प्रमुख चुनाव में मृतक समेत 161 लोगों के खिलाफ दर्ज केस को सपा ने दी चुनौती

प्रतापगढ़। समाजवादी पार्टी (सपा) के जिलाध्यक्ष छविनाथ यादव ने कहा कि ब्लाक प्रमुख चुनाव के दौरान 161 लोगों के खिलाफ नामजद रिपोर्ट फर्जी ढंग से की गई है। उसमें मेरा छविनाथ यादव का भी नाम डाला गया है। जबकि मैं आसपुर देवसरा गया ही नहीं था। यही नहीं, 161 नामजद मुकदमों में एक मृतक भी है। पीठापुर गांव का निवासी श्रीराम यादव मर चुका है। पुलिस ने उसके खिलाफ भी रिपोर्ट दर्ज की है तो यह नामजदगी कितनी सही है? इसका अंदाजा लगाया जा सकता है।

सपा जिलाध्यक्ष ने कुण्डा विधायक रघुराज प्रताप सिंह राजा भइया पर आरोप लगाया है कि उनकी साजिश से उनके भाई पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष कुण्डा गुलशन यादव पर प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। उन्होंने इसकी जांच उच्चाधिकारियों से कराये जाने की मांग की है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि मेरी जमानत खारिज कराने के लिये कुण्डा विधायक लगे हुए हैं। सपा ने सारा आरोप राजा भइया पर मढ़ा और कहा कि उनके इशारे पर मनगढ़ंत रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। उन्होंने कहा कि यदि मैं गलत हूं तो जेल जाने को तैयार हूं।

बता दें कि कुण्डा के एक मामले में सपा जिलाध्यक्ष जेल में बंद थे और जमानत पर छूटे हैं। आज पत्रकारवार्ता कर उन्होंने ब्लाक प्रमुख के चुनाव में मनगढ़ंत रिपोर्ट पर हल्ला बोला। पत्रकारवार्ता में उपस्थित प्रदेश के पूर्व मंत्री प्रो0 शिवाकांत ओझा ने कहा कि ब्लाक प्रमुख की सीट पर गलत तरीके से सरकार द्वारा कब्जा कराना लोकतंत्र के लिये अच्छा नहीं है। उन्होंने कहा कि कार्यकर्ताओं का उत्पीडऩ बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। पुलिस बेगुनाह लोगों को अपमानित करने में लगी है।

उन्होंने कहा कि आसपुर देवसरा के थानाध्यक्ष ने 24 घंटे के अंदर 161 लोगों को चिन्हित करके उनके विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराई जो उनकी कार्यशैली को दिखाता है। उन्होंने कहा कि जो प्राथमिकी दर्ज कराई गई है, उसकी मजिस्ट्रियल जांच होनी चाहिये। उन्होंने कहा कि सीसीटीवी कैमरे में सपा का कोई कार्यकर्ता या पदाधिकारी चुनाव में अगर दिखाई दिया है तो उसके विरुद्ध कार्यवाही की जानी चाहिये। पत्रकारवार्ता में पूर्व विधायक श्याद अली, पूर्व ब्लाक प्रमुख शांति सिंह, जिला उपाध्यक्ष इरशाद सिद्दीकी, मीडिया प्रभारी मनीष पाल आदि लोग मौजूद रहे।

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