गृह मंत्री अमित शाह ने योगी सरकार की तारीफ, स्टेट इंस्टीट्यूट ऑफ फोरेंसिंक साइंस का किया शिलान्यास

लखनऊ। केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने रविवार को लखनऊ के पिपरसंड, सरोजनी नगर में उत्तर प्रदेश स्टेट इंस्टीट्यूट ऑफ फोरेंसिक साइंसेज का शिलान्यास किया। इस अवसर पर उन्होंने आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि पहले पश्चिम से लोग घर छोड़कर भाग रहे थे, महिलाएं असुरक्षित थी, दिनदहाड़े गोलियां चलती थीं लेकिन 2017 में भाजपा ने एक वादा किया था कि प्रदेश को कानून-व्यवस्था की दृष्टि से ठीक बनाएंगे और विकसित राज्य बनाएंगे और आज 2021 में गर्व के साथ कह सकता हूं कि योगी आदित्यनाथ और उनकी टीम ने दंगाग्रस्त उत्तर प्रदेश में कानून-व्यवस्था का राज स्थापित किया है।

गृह मंत्री ने इंस्टीट्यूट के बारे में कहा कि इंस्टीट्यूट का आज बीजारोपण हुआ है, जब वटवृक्ष बनकर तैयार होगा। यहां से अनेक छात्र अपना करियर बनाएंगे। छात्र यहां से शिक्षा लेकर न केवल उत्तर प्रदेश बल्कि देश की कानून-व्यवस्था की रीढ़ की हड्डी बनेंगे। उन्होंने बताया कि नरेंद्र मोदी जब गुजरात में मुख्यमंत्री थे, उन्होंने सबसे पहली गांधी नगर, गुजरात में फोरेंसिंक साइंस यूनिवर्सिटी बनायी थी। जब मोदी प्रधानमंत्री बने तो उसे राष्ट्रीय यूनिवर्सिटी का दर्जा दिया गया। इसी विश्वविद्यालय से इंस्टीट्यूट को संबद्ध किया गया है। यहां से मार्गदर्शन एवं तकनीकी सहायता दी जाएगी। इस इंस्टीट्यूट का निर्माण 207 करोड़ से होगा। भारत सरकार ने सेंटर ऑफ एक्सीलेंस इन डीएनए के लिए 15 करोड़ की धनराशि स्वीकृत किया है, जिससे उत्तर प्रदेश व अन्य प्रदेशों के लिए एक मॉडल के रूप में कार्य करेगा। शाह ने मुख्यमंत्री पर भरोसा जताते हुए कहा कि यह इंस्टीट्यूट योगी के नेतृत्व में देशभर पुलिस आधुनिकीकरण में मील का पत्थर साबित होगा।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि 2017 से पहले उत्तर प्रदेश दंगों का प्रदेश माना जाता था, माफियाओं का कब्जा था। पेशेवर माफियाओं से अब तक 1584 करोड़ रुपये की सम्पत्तियां जब्त करते हुए प्रदेश सरकार ने अपराधियों के अंदर कानून का भय व्याप्त किया है। उन्होंने कहा कि गृह मंत्री ने प्रदेश सरकार को फोरेंसिंक इंस्टीट्यूट गठन का सुझाव दिया था। आज प्रदेश सरकार गृह मंत्री के हाथों फोरेंसिक इंस्टीट्यूट का शिलान्यास करा रहा है। उन्होंने बताया कि फोरेंसिक इंस्टीट्यूट की इस जमीन पर भी माफिया कब्जा कर प्लाटिंग कर रहा था। 142 एकड़ भूमि माफिया से पुलिस ने बचाई। उसी जमीन और फोरेंसिक इंस्टीट्यूट बन रहा है। योगी ने कहा कि वर्तमान समय में तकनीक को बढ़ावा देकर ही अपराधों को रोका जा सकता है। इस दिशा यह संस्थान महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। इस संस्थान की स्थापना का उद्देश्य कानून-व्यवस्था को बनाये रखने, अपराध को रोकने तथा आधुनिक तकनीक का उपयोग करते हुए उत्कृष्ट वैज्ञानिकों की एक नई श्रृंखला तैयार करना है।

कार्यक्रम के दौरान उप्र स्टेट इंस्टीट्यूट ऑफ फोरेंसिक साइंसेज की ओर से अपर मुख्य सचिव गृह और नेशनल फोरेंसिक साइंस यूनिवर्सिटी, गांधीनगर, गुजरात की ओर से कुलपति डॉ. जेएम व्यास द्वारा एमओयू दस्तावेज का आदान-प्रदान किया गया। इससे पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गृहमंत्री को चिकनकारी का अंगवस्त्र, श्रीराम की प्रतिमा और यूपी स्टटे इंस्टीट्यूट ऑफ फोरेंसिंक साइंसेज का लघु चित्र (मिनिएचर) भेंट किया। इस अवसर पर पुलिस महानिदेशक मुकुल गोयल ने सभी का स्वागत सम्बोधन किया तथा अपर मुख्य सचिव गृह श्री अवनीश कुमार अवस्थी ने सभी के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया। इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या, उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह और महिला एवं बाल विकास राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) स्वाती सिंह सहित कई मंत्रिगण, विधायकगण व पदाधिकारी मौजूद रहें।

विंध्य कारिडोर का किया शिलान्यास
लखनऊ। मिर्जापुर स्थित विख्यात देवी धाम विंध्याचल में विंध्य कॉरिडोर परिपथ का शिलान्यास रविवार को गृह मंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया। विंध्य धाम पहुंचे गृहमंत्री अमित शाह ने बीस मिनट के अपने कार्यक्रम में सर्वप्रथम मां विन्ध्यवासिनी का चरण पूजन किया। दर्शन के बाद पूर्व से तय कार्यक्रम विंध्य कॉरिडोर का भूमिपूजन किया। इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विन्ध्यवासिनी मंदिर से पूजनस्थल तक गृहमंत्री को कॉरिडोर की योजनाओं के बारे में जानकारी देते दिखाई दिए।

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