यूपी: महंत नरेंद्र गिरि के पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में बड़ा दवा, दम घुटने से हुई मौत
लखनऊ। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेंद्र गिरि के पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में दावा किया गया है कि उनकी मौत दम घुटने से हुई। सूत्रों के मुताबिक उनके गले पर ‘वी का निशान मिला है। फिलहाल पोस्टमॉर्टम करने वाले डॉक्टरों ने उनका विसरा सुरक्षित रख लिया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर ही एसआईटी अपनी जांच आगे बढ़ाएगी। विवेचना में पोस्टमार्टम रिपोर्ट एक महत्वपूर्ण साक्ष्य होगी। आज सुबह पांच डॉक्टरों की टीम ने एसआरएन अस्पताल में किया था। इस दौरान पूरे पोस्टमॉर्टम प्रक्रिया की वीडियोग्राफी भी करवाई गई थी।पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट को सील बंद लिफाफे में संबंधित अधिकारियों को सौंप दिया गया है।
सोमवार शाम लगभग 5:30 बजे संदिग्ध परिस्थितियों में महंत नरेंद्र गिरी की मौत हो गई थी। महंत नरेंद्र गिरी अपने कमरे में फांसी के फंदे पर लटके पाए गए थे,जिसके बाद सबसे पहले उनके आत्महत्या किए जाने की पुष्टि आईजी के पी सिंह ने की थी। लेकिन इस मामले में एक सुसाइड नोट भी बरामद हुआ, जिसमें उनके पूर्व शिष्य स्वामी आनंद गिरी, बड़े हनुमान मंदिर के मुख्य पुजारी आद्या प्रसाद तिवारी और उनके बेटे संदीप तिवारी को इसके लिए जिम्मेदार बताया गया।
इसी पत्र के आधार पर स्वामी आनंद गिरी को हरिद्वार से यूपी पुलिस ने गिरफ्तार किया, जबकि आद्या प्रसाद तिवारी और उनके बेटे संदीप तिवारी को श्री मठ बाघम्बरी गद्दी से ही गिरफ्तार किया गया। सुसाइड नोट में जिसका जिक्र आया, उस वीडियो की बात से भी दोनों ने इनकार किया. एसआईटी अभी भी दोनों से पूछताछ कर रही है. शाम चार बजे कोर्ट में दोनों आरोपियों को एसआईटी पेश करेगी। महंत नरेंद्र गिरि ने अपने कथित सुसाइड नोट में आत्महत्या के लिए मजबूर होने के पीछे शिष्य आनन्द गिरि, आद्या प्रसाद तिवारी और उनके बेटे संदीप तिवारी को भी आरोपी बताया था।