यूपी: सीएम योगी ने मानी सारी मांगें, मृतक मनीष की पत्नी को इस विभाग में मिलेगी नौकरी

लखनऊ। गोरखपुर में कानपुर के कारोबारी की पुलिस पिटाई से हुई मौत सत्ता के लिए चुनौती बनती। उससे पहले ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मोर्चा थाम लिया। कानपुर में पीड़ित परिवार से मिलकर मृतक मनीष गुप्ता की पत्नी मीनाक्षी को कानपुर विकास प्राधिकरण में ओएसडी की नौकरी देने और कानपुर जांच ट्रांसफर कराने समेत सारी मांगें स्वीकार कर लीं। हालांकि इससे पहले सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने भी पीड़ित परिवार से मिलकर सांत्वना दी और कहा कि सपा परिवार को 20 लाख रुपये की आर्थिक मदद देगी।

गुरुवार को कानपुर पहुंचे मुख्यमंत्री ने जनसभा के बाद सेफ हाउस में मीनाक्षी गुप्ता, उनके पिता नंदकिशोर गुप्ता और साले सौरभ गुप्ता से मुलाकात की। मीनाक्षी ने कहा कि मेरे पति को दरिंदगी के साथ पीटा। इसलिए दोषियों को सजा मिले, जांच कानपुर ट्रांसफर की जाए और उसे सरकारी नौकरी दी जाए। मुख्यमंत्री ने तीनों मांगें स्वीकार करते हुए आर्थिक मदद बढ़ाने का भी भरोसा दिया। कहा कि किसी के बहकावे में न आएं, एक विशेष टीम इस हत्याकांड की जांच करेगी, यदि परिवार चाहे तो हम सीबीआई जांच को भी तैयार हैं।

सरकार हर पल उनके साथ है। जांच में जो भी दोषी होगा, वह बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने केडीए वीसी को बुलाकर मीनाक्षी को ओएसडी नियुक्त करने की प्रक्रिया आरंभ करने को कहा। जिस पर उपाध्यक्ष ने सहमति जताई। पुलिस कमिश्नर असीम अरुण ने बताया कि मुख्यमंत्री के आश्वासन के अनुरूप सारे प्रस्ताव तैयार कराकर दो दिन में संबंधित विभाग को सौंप दिए जाएंगे।

गोरखपुर डीएम फेल, कानपुर सीपी हुए पास

इस घटना में जिस तरह गोरखपुर के डीएम विजयकिरण आनंद का वीडियो वायरल हुआ। माना जा रहा है कि मुख्यमंत्री की गुडलिस्ट के इस अधिकारी का कद अब घट जाएगा। उससे सरकार की जमकर फजीहत हुई। हालांकि कानपुर में पुलिस कमिश्नर असीम अरुण ने परिवार से निरंतर सद्भावपूर्ण संबंध रखा और आखिरकार सरकार को बड़ी मुसीबत से उबार लिया।

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