दर्दनाक: काल के मुँह में समां गए कोरोना संक्रमित मां की अर्थी को कंधा देने वाले पांच बेटे

झारखंड के कतरास में कोरोना वायरस ने 16 दिन के अंदर एक परिवार के 5 लोगों की जान ले ली। चाैधरी परिवार में कोरोना का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। कोरोना माैत का तांडव कर रहा है।

27 जून को दिल्ली से धनबाद के कतरास आई थी बुजुर्ग महिला

शादी में शामिल होने के बाद परिवार की बुजुर्ग महिला की तबियत बिगड़ गई और कोरोना से उनकी मौत हो गई। इसके बाद एक एक करके परिवार के 4 और लोगों की कोरोना से मौत हो गई। जबकि इस बीच परिवार के एक व्यक्ति ने कैंसर के चलते दम तोड़ दिया।
दरअसल , एक बुजुर्ग महिला 27 जून को अपने पोते की शादी में शामिल होने के लिए दिल्ली से धनबाद के कतरास गई थीं। महिला की उम्र 90 साल थी। यहां उनकी तबियत बिगड़ने लगी। इसके बाद उनका कोरोना का टेस्ट कराया गया जो पॉजिटिव निकला।
महिला को अस्पताल में भर्ती कराया गया लेकिन इलाज के दौरान मौत हो गई। बेटों ने अपनी मां की अर्थी को कंधा दिया। इसके बाद उस महिला के दो बेटे संक्रमित पाए गए, जिनकी इलाज के दौरान मौत हो गई। उसके कुछ दिन बाद दो और बेटों में कोरोना के लक्षण दिखे और इलाज के बावजूद उनकी जान नहीं बचाई जा सकी। पांचवें बेटे ने सोमवार को रिम्स रांची अस्पताल में दम तोड़ दिया।

प्रतीकात्मक चित्र .

कोरोना के आगे सुखी-संपन्न परिवार लाचार

चाैधरी परिवार कतरास का सुखी-संपन्न परिवार है। कतरास के अग्रणी परिवारों में गिनती होती है। धनबाद के साथ ही दिल्ली और छत्तीसगढ़ के रायपुर में कारोबार है, लेकिन कोरोना के आगे पूरी तरह लाचार है। 27 जून को इस परिवार के किसी रिश्तेदार के यहां कतरास में शादी समारोह था। इस शादी समारोह में शामिल होने कतरास के रानीबाजार 88 वर्षीय महिला दिल्ली से आई थी। वह समारोह में शामिल हुई। इस बीच तबीयत खराब होने पर उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया। इलाज के दौरान ही चार जुलाई को उसकी मौत हो गई। जांच रिपोर्ट में उसे कारोना पॉजिटिव पाया गया था। इसके बाद महिला के दो बेटे संक्रमित हो कर जान गंवा गए। तीन बेटे बीमार थे। परिवार पर कोरोना के कहर से उत्पन्न तनाव और अवसाद ने उनकी भी जान ले ली।

झारखंड से सटी पश्चिम बंगाल की सीमा सील

धनबाद से सटे पश्चिम बंगाल की सीमा को पूरी तरह से सील कर दिया गया है। दूसरी तरफ कतरास निवासी जिस वृद्ध महिला और उसके पांच बेटों की मौत हुई है, वह मुहल्ला अब भी पूरी तरह से सील है। पूरे मुहल्ले में सन्नाटा पसरा हुआ है। मुहल्ले को बैरिकेडिंग कर सील कर दिया गया है और दंडाधिकारी के नेतृत्व में पुलिस बल की तैनाती की गयी है। जबकि मृतका के घर के आसपास रहने वाले स्थानीय लोग काफी डरे-सहमे है। स्थानीय लोगों का कहना है कि सरकार तत्काल पीड़ित परिवार को मुआवजा दे। साथ ही मुहल्ले में रहने वाले सभी लोगों का कोरोना जांच हो,ताकि संक्रमण का खतरा बढ़ नहीं सके।

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