मनीष गुप्ता हत्याकांड: मीनाक्षी के सुर्पीम कोर्ट पहुंचते ही हरकत में आई एसआईटी
लखनऊ। कानपुर के बर्रा निवासी व्यापारी मनीष गुप्ता की पुलिस की पिटाई से मौत के मामले में जैसे ही पत्नी मीनाक्षी सीबीआई जांच की मांग को लेकर सुप्रीम कोर्ट पहुंची। सुस्त पड़ी एसआईटी अचानक से सक्रिय हो गई है। एसआईटी ने फौरन मनीष के दोस्त धनंजय त्रिपाठी और राणा चन्द्र को गोरखपुर सर्किट हाउस में बुलाया। शुक्रवार देर रात तक पूछताछ की और बयान दर्ज किए। साथ ही शनिवार को अन्य दोस्त चंदन सैनी और शंभूनाथ को बुलाया गया।
इधर मनीष के गुड़गांव के दोस्त हरबीर और प्रदीप को भी एसआईटी बुलाया है। बताया जा रहा है कि दोनों सोमवार तक गुड़गांव से गोरखपुर पहुंच जाएंगे। शुक्रवार को दोपहर करीब 3.30 बजे बुलाए गए धनंजय और राणा से सर्किट हाउस में पांच घंटे पूछताछ हुई थी। इस दौरान कानपुर से भी कुछ अधिकारी वीडियो कॉल पर जुड़े थे। दोस्तों से घटना के पहले से पूछताछ शुरु की गई। मनीष को कब से और कैसे जानते हैं। इधर चंदन सैनी और शंभू को शनिवार को बुलाया गया और उनसे भी एसआइटी ने पूछताछ की।
इधर मनीश के दोस्त चन्दन सैनी का आरोप है कि अब तक उन्हें परेशान करने के सिवाय कुछ नहीं मिला। मजबूरी में सीबीआई जांच के लिए सुप्रीम कोर्ट जाना पड़ा है। कोर्ट में हमारी रिट दाखिल है।सोमवार को सुनवाई हो सकती है। 27 सितंबर की घटना के बाद 21 दिनों से एसआईटी टीम गोरखपुर में ही है लेकिन इन 21 दिनों में भी मनीश के किसी दोस्त से बयान नहीं दर्ज कर पाई थी। वहीं चंदन सैनी ने आरोप लगाते हुए कहा कि अब तक की जांच से न्याय की कोई खास उम्मीद नहीं है। ऐसे में इस केस से जुड़े उन लोगों पर भी खतरा मंडरा रहा है।