सांसद कौशल किशोर के बेटे पर बाइक सवार बदमाशों ने झोंका फायर, पुलिस का चौकाने वाला खुलासा
लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ बीते कुछ दिनों से क्राइम कैपिटल बन गई है। जिसे रोक पाने पुलिस लगातार असफल सबित हो रही है। ऐसे में मंगलवार देर रात राजधानी में उस वक्त हड़कंप मच जाता है जब मोहनलालगंज लोकसभा सीट से भाजपा सांसद कौशल किशोर और विधायक जय देवी के 30 वर्षीय बेटे आयुष किशोर पर बाइक सवार बदमाशों ने फायरिंग कर मौके से फरार हो गए। घायल आयुष को आनन-फानन में इलाज के लिए ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया गया। इसके बाद पुलिस मामले की जांच में जुट गई।
पुलिस का चौकाने वाला खुलासा- मामले में नया ट्विस्ट उस वक्त सामने आया जब लखनऊ पुलिस ने घटना से जुड़ा एक चौकाने वाला खुलासा किया। दरसअल लखनऊ पुलिस का दावा है कि बेटे ने खुद अपने साले से अपने ऊपर गोली चलवाई। पुलिस के अनुसार, एक लाइसेंसी रिवाल्वर था, जिसे बरामद कर लिया गया है, लेकिन अभी साफ नहीं हो पाया है कि आयुष ने क्यों खुद पर गोली चलवाई है।
वहीं लखनऊ पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर ने कहा कि यह घटना रात के करीब 2 बजकर 10 मिनट पर हुई, पहले बताया गया कि सांसद के बेटे पर कुछ अज्ञात हमलावरों ने गोली चलाई, अब तक की तहकीकात में पता चला है कि सांसद के बेटे के कहने पर उसके साले ने गोली चलाई, बेटे के साले को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।
लखनऊ पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर ने कहा कि जिस पिस्टल से गोली चली थी, उसे हमने रिकवर कर लिया है, पिछले साल सांसद के बेटे ने लव मैरिज किया था, उसके बाद से वह अपने पिता से अलग रह रहे थे, घटना को लेकर तहकीकात जारी है, हम पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि आखिर बेटे ने अपने साले से खुद पर गोली क्यों चलवाई?
बता दें कि इससे पहले खबर आई थी कि सांसद कौशल किशोर के बेटे आयुष को बाइक सवार बदमाश गोली मारकर फरार हो गए। गंभीर हालत में आयुष को ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया गया है। आयुष की स्थिति अब खतरे से बाहर बताई जा रही है और उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है।
दावा था कि आयुष तड़के मड़ियांव होकर घर लौट रहे थे। तभी छठा मील के पास पहुंचने पर बदमाशों ने फायरिंग की। गोली छूती हुई निकल गई, इसीलिए अस्पताल से प्राथमिक इलाज के बाद आयुष को छुट्टी दे दी गई।
इस बाबत सांसद कौशल किशोर ने बताया, ‘आयुष का कहना है कि यह घटना तड़के टहलने के दौरान हुई है। आयुष अपने साले के साथ टहल रहे थे।’ सांसद की तरफ से तहरीर देने से मना कर दिया है। फिलहाल, मामले को लेकर कई तरह के सवाल खड़े किए जा रहे हैं।