पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमत पर राज्यसभा में विपक्ष ने काटा हंगामा, नहीं हुआ कामकाज
नयी दिल्ली। राज्यसभा में कांग्रेस समेत अन्य दलों ने पेट्रोल और डीजल की लगातार बढ़ती कीमत को लेकर सोमवार राज्यसभा में जमकर हंगामा किया। जिसके चलते सदन को चार बार स्थगित करना पड़ा फिर बाद में कार्यवाही दिनभर के लिए स्थगित कर दी गयी। सोमवार सुबह कार्यवाही शुरू होते ही सभापति एम वेंकैया नायडू ने तीन नये सदस्यों को शपथ दिलाई तथा सदन ने दिवंगत सदस्यों को श्रद्धांजलि दी।
शून्यकाल के दौरान महिला सदस्यों ने अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर अपने विचार रखे। इसके बाद जब श्री नायडू ने प्रश्नकाल शुरू करने के लिए सदस्य का नाम पुकारा तो सदन में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि पेट्रोल और डीजल की कीमत आसमान छू रही है और उन्होंने इस ज्वलंत मुद्दे पर चर्चा कराने के लिए नियम 267 के तहत कार्य स्थगन प्रस्ताव का नोटिस दिया है।
सभापति ने कहा कि उन्होंने इस नोटिस को स्वीकार नहीं किया है और सदस्य विनियोग विधेयक पर चर्चा तथा अन्य मौकों पर इस मुद्दे पर अपनी बात रख सकते हैं। उन्होंने कहा कि आज बजट सत्र के दूसरे चरण की कार्यवाही का पहला दिन है इसलिए सदस्यों को शांत रहकर सुचारू ढंग से कार्यवाही चलने देनी चाहिए। यह सुनते ही कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों के सदस्यों ने चर्चा कराने की मांग को लेकर हंगामा करना शुरू कर दिया।
सदन में अव्यवस्था को देखते हुए नायडू ने कार्यवाही ग्यारह बजे तक के लिए स्थगित कर दी। इसके बाद उप सभापति हरिवंश ने जब 11 बजे कार्यवाही दोबारा शुरू करनी चाहिए तो कांग्रेस के सदस्यों ने अपनी मांग दोहरायी इस पर हरिवंश ने कहा कि सभापति इस मुद्दे पर व्यवस्था दे चुके हैं और इस पर पुनर्विचार नहीं किया जा सकता। बता दें कि बजट सत्र का पहला चरण 29 जनवरी से 12 फरवरी तक हुआ था। दूसरा चरण आठ मार्च से आठ अप्रैल तक चलेगा।