अलीगढ़: जहरीली शराब पीने से अब तक 22 लोगों की मौत, पांच निलंबित, ठेका मालिक समेत 6 गिरफ्तार

अलीगढ़। उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में जहरीली शराब पीने से अब तक 22 लोगों की मौत हो चुकी है. सीएमओ ने बताया कि जहरीली शराब से अब तक 22 लोगों की मौत हो गई है. वहीं, पुलिस ने मामले में 6 आरोपियों को गिरफ्तार भी कर लिया है. बता दें कि शुक्रवार को आसपास के गांव के कुछ लोगों ने लोधा इलाके में अनुबंधित दुकान से शराब खरीदकर पी थी.

आबकारी अधिकारी समेत पांच लोग निलंबित
इस घटना के बाद राज्‍य सरकार ने कड़ा कदम उठाते हुए जिला आबकारी अधिकारी समेत पांच लोगों को निलंबित कर दिया है. इस मामले में शराब की दुकान के मालिक समेत 6 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. जिलाधिकारी ने मृतकों के परिजनों को पांच लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है. अलीगढ़ के जिलाधिकारी चंद्रभूषण सिंह ने पत्रकारों को बताया कि घटना की समयबद्ध मजिस्ट्रेटी जांच का आदेश दे दिया गया है और यह जांच अपर जिलाधिकारी स्तर के एक अधिकारी द्वारा की जाएगी. उन्होंने कहा कि जांच में दोषी पाये जाने वाले लोगों के खिलाफ प्रशासन राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) लगा सकता है.

अपर जिलाधिकारी (वित्त) विधान जायसवाल ने बताया कि जिला प्रशासन की जांच में पाया गया है कि शराब से प्रभावित अधिकतर लोग तीन थाना क्षेत्रों लोढा, खैर और जांवा के हैं. अपर मुख्‍य सचिव (आबकारी) संजय भूसरेड्डी ने बताया कि अलीगढ़ के जिला आबकारी अधिकारी धीरज शर्मा, संबंधित क्षेत्र के आबकारी निरीक्षक राजेश कुमार यादव और चंद्रप्रकाश यादव, प्रधान आबकारी सिपाही अशोक कुमार, आबकारी सिपाही रामराज राना को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है और इनके खिलाफ विभागीय कार्यवाही शुरू की गयी है.

कांग्रेस का हमला
उधर, इस घटना के बाद कांग्रेस को सरकार पर हमला करने का एक और मौका मिल गया है. प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने जहरीली शराब से लोगों की मौत पर पर सरकार पर हमला किया उन्होंने कहा कि सरकार बताये कि उसके कार्यकाल में जहरीली शराब का अवैध कारोबार किसके संरक्षण में चल रहा है और जहरीली शराब पीने से हुई मौतों का कौन जिम्मेदार है? लगातार मौतें हो रही हैं, आखिर किन लोगों के दबाव में शराब के अवैध कारोबारियों पर कार्यवाही नहीं हो रही है? लल्लू ने एक बयान में नैतिकता के आधार पर राज्‍य सरकार के आबकारी मंत्री से त्यागपत्र की मांग की.

Related Articles

Back to top button