कंगना से लेकर सोनू सूद तक, इन स्टार्स ने घर से भागकर बॉलीवुड में अपना सपना पूरा किया
नई दिल्ली। बॉलीवुड की चमक धमक ने हमेशा ही लोगों को अपना दीवाना बनाया है. इंडस्ट्री के बड़े स्टार्स, उनका लाइफस्टाइल, महंगे कपड़े, गाड़ियां और बड़े-बड़े बंगले, ये ऐसी बातें हैं जिन्होंने लाखों लोगों को चमकने का सपना दिखाया. जिसकी चाहत में लोग सबकुछ छोड़ देते हैं, यहां तक की अपना परिवार भी. आज हम ऐसे ही कुछ स्टार्स के बारे में बताने जा रहे हैं जिन्होंने बॉलीवुड में सपना पूरा करने के लिए अपना घर तक छोड़ दिया. इस लिस्ट में कंगना रनौत, सोनू सूद जैसे कई कलाकार हैं. कंगना रनौत बॉलीवुड की ‘क्वीन’, ‘झांसी की रानी’ जैसे नामों से मशहूर कंगना की कहानी भी ऐसी ही हैं.
कगंना आज सिर्फ एक हीरोइन ही नहीं बल्कि इंडस्ट्री में उनकी जर्नी रिमार्केबल रही है. कंगना महज 15 साल की उम्र में हीरोइन बनने का सपना लेकर अपने घर से भाग आईं थी. कंगना खुद बताती है कि वो कैसे 16 साल की उम्र में ड्रग माफिया के कब्जे में आ गई थी. जिससे निकलने में उन्हें पांच साल लग गए. इसके बाद उन्होंने अपनी जिन्दगी के सारे विलेन को भगाया और फिर एक सफल एक्ट्रेस के तौर पर खुद को स्थापित किया. कंगना आज बॉलीवुड की हाईएस्ट पेड एक्ट्रेस में एक हैं. उन्हें नेशनल अवॉर्ड तक मिल चुका है.
सोनू सूद कोरोना लॉकडाउन में सबके हीरो बनकर उभरे सोनू सूद बड़े पर्दे के साथ-साथ रियल लाइफ में भी हीरो हैं. बॉलीवुड का सपना लिए सोनू सूद भी 20 साल पहले लुधियाना से अपने घर को छोड़कर मुंबई आए थे. सोनू ने कहा ‘मैं ये कहता हूं कि अपना सपना पूरे करने के लिए कभी देर नहीं होती’.
यश फिल्म KGF के रॉकिंग स्टार यश आज एक जाना माना नाम हैं. एक वक्त था जब परिवार ने उनके एक्टिंग के सपने को रौंधने की कोशिश की. उनके पिता चाहते थे कि वो एक गवर्नमेंट अफसर बने, पर उनकी आंखों में तो कोई दूसरा सपना पल रहा था. यश महज 300 रुपए लेकर घर से भाग आए थे.
कार्तिक आर्यन बॉलीवुड स्टार कार्तिक आर्यन के पास आज मुंबई गाड़ी, घर, बड़ा नाम सब कुछ हैं. लेकिन ये सब पाने के लिए उन्होंने कड़ी मेहनत करनी पड़ी. कार्तिक जब बॉलीवुड में स्ट्रगल कर रहे थे तो वो मुंबई में 12 हाउसमेट्स के साथ रहा करते थे. उन्हें कई ऑडिशन में रिजेक्शन झेलना पडा.
नसीरुद्दीन शाह नसीरुद्दीन शाह एक ऐसे एक्टर हैं जिन्होंने न सिर्फ बॉलीवुड बल्कि हॉलीवुड में भी अपना नाम कमाया है. उनकी ऑटोबायोग्राफी ‘देन वन डे’ में इस बात का जिक्र है कि वो 16 साल की उम्र में घर छोड़कर आ गए थे और इसके बाद उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा.