Prayagraj News:विश्व आत्महत्या रोकथाम दिवस पर संगोष्ठी एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम

Prayagraj News:ऐश्वर्यम् साहित्यिक, सांस्कृतिक एवं सामाजिक संस्था (पंजीकरण संख्या 625/1998, प्रयागराज) द्वारा विश्व आत्महत्या रोकथाम दिवस के अवसर पर केपी कम्युनिटी हाल में विशेष संगोष्ठी एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में प्रयागराज के लगभग 700 विद्यालयों से टीमों और शिक्षकों ने सहभागिता की।

न्यायमूर्ति शेखर कुमार यादव का संदेश

मुख्य अतिथि इलाहाबाद हाईकोर्ट के न्यायमूर्ति शेखर कुमार यादव ने कहा –

“आत्महत्या केवल व्यक्तिगत त्रासदी नहीं है, बल्कि परिवार और समाज दोनों को झकझोर देने वाली घटना है। हर नागरिक का कर्तव्य है कि वह अपने आस-पास के लोगों पर ध्यान दे, उनकी समस्याएँ सुने और उन्हें जीवन के प्रति सकारात्मक दिशा दिखाए। न्यायपालिका सदैव जनकल्याणकारी मूल्यों के प्रति समर्पित है।”

विशेषज्ञों के विचार

  • मुख्य वक्ता प्रो. (डॉ.) अनुपम अग्रवाल, आईआईआईटी प्रयागराज ने कहा कि – “आज की प्रतिस्पर्धी दुनिया में मानसिक तनाव सबसे बड़ी चुनौती है। शिक्षा प्रणाली को जीवन मूल्यों से जोड़ना होगा और परिवार को संवेदनशील माहौल बनाना होगा।”

  • कार्यक्रम अध्यक्ष कुश श्रीवास्तव ने आँकड़े साझा करते हुए कहा – “हर 40 सेकंड में एक व्यक्ति आत्महत्या करता है। यदि हम इस अंतराल को 50 सेकंड तक भी धकेल सकें तो यह बड़ी सफलता होगी।”

  • विशिष्ट अतिथि शिवकुमार पाल, डिप्टी सॉलिसिटर जनरल ने कहा – “कानून और समाज मिलकर ही आत्महत्या की प्रवृत्ति पर अंकुश लगा सकते हैं। हर नागरिक को अवसादग्रस्त व्यक्ति का सहारा बनना होगा।”

विशेष आकर्षण

नन्हीं बालिका इशिता राजपाल ने अंग्रेज़ी भाषा में आत्महत्या रोकथाम पर अपने विचार रखे। उनकी प्रभावशाली प्रस्तुति ने सभी को गहराई से प्रभावित किया और यह संदेश दिया कि नई पीढ़ी भी इस गंभीर विषय को लेकर सजग है।

आयोजन और सहयोग

  • मंच संचालन : सुधीर सिन्हा

  • विशेष सहयोग : डॉ. आकांक्षा केशरी

  • उपस्थिति : एसोसिएट डियोज़ जितेंद्र सिंह, अधिवक्ता गुरु शरण श्रीवास्तव, बृजेश श्रीवास्तव, अमल, सौरभ दुबे, अवनीश श्रीवास्तव, गुड्डू खड़े, ज्ञानेंद्र प्रताप सिंह, अंजनी, मयंक पांडे, पीयूष शुक्ला समेत बड़ी संख्या में अधिवक्ता, शिक्षक व मीडिया प्रतिनिधि।

समापन

आयोजक एवं अधिवक्ता एम.के. राजपाल ने सभी अतिथियों व प्रतिभागियों का आभार व्यक्त करते हुए कहा –

“जीवन अनमोल है। यदि हमारी कोशिश से एक भी जीवन सुरक्षित होता है, तो यही सबसे बड़ा धर्म और पुण्य है।”

कार्यक्रम का समापन धन्यवाद ज्ञापन एवं सामूहिक संकल्प के साथ हुआ कि संस्था आत्महत्या रोकथाम हेतु निरंतर जागरूकता अभियान चलाती रहेगी। इस आयोजन के माध्यम से 15,000 बच्चों तक संदेश पहुँचाने का सफल प्रयास किया गया।

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रिपोर्ट: राजेश मिश्रा प्रयागराज

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